चतुर्दशी व्रत!
चतुर्दशी व्रत A type of devotional prayer. १४ वर्ष तक परतमॉस की दोनों चतुर्दशियों को १६ प्रहार का उपवास करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चतुर्दशी व्रत A type of devotional prayer. १४ वर्ष तक परतमॉस की दोनों चतुर्दशियों को १६ प्रहार का उपवास करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपशमक अनिवृत्तिकरण Subsider rising up at the 9th stage of spiritual development. 9 वें गुणस्थान को प्राप्त उपशम कर्ता जीव।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विहार –Vihara. Movement of Jaina saints on foot from one place to another. गमन, एक स्थान पर रहने से राग बढ़ता है इसलिए जैन साधु विहार करते हैं ” वर्षायोग के अतिरिक्त अधिक काल एक स्थान पर नहीं ठहरते “
उपशम भाव Feelings produced by the subsidence of Karmas, Repentance feeling.कर्मों के उपशम से उत्पन्न भाव अपनी भूल स्वीकार करके क्षमा मांग लेने पर उत्पन्न होने वाला भाव।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रृंखलित – Shrinkhalita. Fettered like standing, an infracting of posture of meditative relaxation. कायोत्सर्ग का एक दोष; बेडी से जक्स्दे मनुष्य की भांति खड़े होना “
चित्रा पृथिवी Name of an earth of middle universe with 1000 Yojanas. मध्यलोक की १००० योजन मोती पृथिवी का नाम यह चित्र विचित्र अनेक धातुओं , मणियों से युक्त होती है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चन्द्रकान्त A king of Yadu dynasty. वासुदेव का पुत्र. यदुवंश का राजा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समाधि संधारणता – Samaadhi Sandhaaranataa. Engrossment into deep meditation for holy death. समयक् प्रकार से समाधि धारण करने की भावना का नाम समाधि संधारणता है। इससे तीर्थकर नामकर्म का बंध होता है। षट्खण्डागम सूत्र मे सोलहकारण भावनाओ मे यह एक भावना कही है।
उपमिति भवप्रपंच कथा A book written by ‘Shvetambaracharya Siddhirthi’. श्वेताम्बराचार्य सिद्धिर्थि (ई. सन् 905)द्वारा रचित एक ग्रन्थ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]