त्रस्त!
त्रस्त Troubled, frightened, The 2nd Patal (layer) of the 3rd hell. संतापित , तृतीय नरक का दूसरा पटल। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
त्रस्त Troubled, frightened, The 2nd Patal (layer) of the 3rd hell. संतापित , तृतीय नरक का दूसरा पटल। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
उमा Mother’s name of the 18th Jaina-Lord ‘Mahabhadra’ of Videh Kshetra (a region). विदेह क्षेत्र में स्थित 18 वें तीर्थंकर महाभद्र की माता।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हैरण्यवत् – Hairanyavat. Name of the summits of Ruchak & Shikhari mountains and of their deities. रुक्मि पर्वतस्थ एक कूट व उसका स्वामी देव, षिखरी पर्वतस्थ एक कूट व उसका स्वामी देव।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशालाक्ष – Vishalaksha. Name of the 63rd son of king Dhritrashtra, Name of the Nagendra deity of Sphaticprabh summit of kundal mountain, Name of the 65th chief disci-ple of Lord Rishabhdev. राजा धृतराष्ट्र व रानी गांधारी का ६३ वां पुत्र, कुण्डल पर्वत के स्फटिक प्रभ कूट का स्वामी नागेन्द्र देव, भगवान वृषभदेव…
आभ्यन्तर उपकरण Internal body parts (protecting the objective senses). द्रव्येन्द्रिय की रक्षा करने वाला भीतरी अंग।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हुंडावसर्पिणी – Humdaavasarpinii. A period of Avasarpini Kal (Avasarpinii Kaala) i.e. period of downfall in which extraordinary events take place. असंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी काल बीत जाने पर एक हुण्डावसर्पिणी काल आता है। इसमें विशेष बाते होती हैः जैसे चक्री का अपमान, तृतीय काल मे तीर्थकर का उत्पन्न होना, तीर्थकर पर उपसर्ग होना आदि।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमज्ञान:Supreme knowledge, see-Parama Advaita.केवलज्ञान, देखें -परम अद्वैत ।
त्रसनाली Channel of the mobile bios. लोक के मध्य भाग में एक राजू लम्बी , चैड़ी और कुछ कम 13 राजू ऊंची त्रसनाली है । त्रसजीव इसके भीतर ही रहते हैं बहतर नहीं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हिंजरी संवत् – Hijarii Sammvat. The muslim era. इस संवत् का प्रचार मुसलमानो मे है, क्योकि यह उनके पैगम्बर मुहम्मद साहब के मक्का मदीना जाने के समय से उनकी हिजरत मे विक्रय संवत् 650 मे अर्थात् वीर निर्वाण के 1120 वर्ष पश्चात् स्थापित हुआ था। इसी को मुहर्रम या शाबान सन् भी कहते हैं।