मनुष्यणी!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यणी- Manushyanii. Woman , female sex. मनुष्यिनी या स्त्री “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यणी- Manushyanii. Woman , female sex. मनुष्यिनी या स्त्री “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == व्यसन : == जूयं मज्जं मंसं वेसा पारद्धि—चोर—परयारं। दुग्गइगमणस्सेदाणि हेउभूदाणि पावाणि।। —वसुनंदीश्रावकाचार : ५९ जुआ खेलना, मदिरापान, मांसाहार, वेश्यागमन, शिकार खेलना, चोरी करना और परस्त्रीगमन करना, ये पाप की ओर तथा दुर्गति में ले जाने के कारण हुआ करते हैं।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] हूहू अंग – Huuhuu Anga. A large unit of time. काल का एक प्रमाण-हाहा प्रमित काल के 84 से गुणित होने पर प्राप्त संख्यात्मक काल।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पृथिवीकाय – Prthivikaya. Earth body (earthen), it is an inanimate form. पृथिवीकायिक जीव के द्वारा छोड़े गये शरीर को पृथिवीकाय कहते हैं ” जैसे – ईंट आदि ” जो अचेतन होते हैं “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हिम – Hima. Snow or ice, name of a summit of Nandan forest, name of the first Patal (layer) of the 6th hell. बर्फ, नंदन वन का एक कूट, ष्सष्टम नरक का प्रथम पटल।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हास्य द्विक – Haasya Dvika. The dyad of Karmic nature pertaining to laughing. हास्य, रति ये दो कर्म प्रकृतियां।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिषेण (आचार्य) – Harisena (Aacaarya). Name of an Acharya of punnai group, the writer of Vrihant katha kosh, name of an Apabhransh poet. एक पुन्नाटसंधी आचार्य, वृहत्कथा कोष के रचयिता। समय ई. 931, चित्तौड़वासी एक अपभ्रंश कवि, ध्म्मपरिक्खा ग्रंथ के रचयिता। समय – ग्रंथ रचनाकाल वि. 1044।