पार!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पार – Para. End, limit. किनारा- जिनेन्द्र भगवान की भक्ति भव सागर से पार लगाती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पार – Para. End, limit. किनारा- जिनेन्द्र भगवान की भक्ति भव सागर से पार लगाती है “
दम Subduing of feelings, self control. जितेन्द्रियता , इन्द्रियों को सम्यक रूप से दमन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यज्ञदीक्षा विधान–Yagyadiksha Vidhan. Putting on ornaments with chanting the sacred Mantras for worshipping. अनुष्ठान पर्यन्त नियम विशेष का पालन करने एवं मंत्र सहित आभूषणादि पहनने की विधि, जो पूजा–प्रतिष्ठा के समय की जाती है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाप श्रमण – Papa Sramana. A title for the secluded saint, cessation of sins. एकल विहारी साधु की उपाधि “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यक्षोत्तम– Yakshottam. A type of peripatetic deities. यक्ष जातिके व्यंतर देवो का एक भेद”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीर संघात – Shareera Sanghaata. Karmic association of body. उदय को प्राप्त जिन कर्म स्कंधों को छिद्र रहित संशलेष किया जाता है उन पुदगल स्कंधों की ‘शरीर संघात’ यह संज्ञा है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पानक- Panaka. Liquid edible materials. आहार का एक भेद – स्वच्छ (गर्म जल), बदल (इमली का पानी), लेवड , अलेवड, ससिक्थ, असिक्थ ये ६ पानक कहलाते हैं”
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पत्रजाति वनस्पति :A type of vegetation (betel leaf etc) नागरवेल आदि वनस्पति (पान, पत्ता आदि)।