भाव विह्र्ल पूर्ण!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव विह्र्ल पूर्ण – Bhava Vivhala Purna. One with full of emotions. भावुकता पूर्ण “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव विह्र्ल पूर्ण – Bhava Vivhala Purna. One with full of emotions. भावुकता पूर्ण “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचसमवाय – Panchasamavaaya. Five kinds of inherent properties. स्वभाव, निमित्त, नियति, पुरुषार्थ व भवतव्य यें पांच समवाय कहे जाते हैं” एन पाँचों सैमवायों से समवेत ही कार्यव्यवस्था की सिद्धि है, ऐसा प्रायोजन है “
धृतिक्रिया An auspicious activity (worshipping the Lord for the well growth of the child in womb). गर्भान्वय की 53 क्रियाओं में से चैथी क्रिया; गर्भाधान के सांतवे महीने में गर्भ की वृद्धि के लिए पूजा पाठ एंव गर्भ के बालक को आशीर्वाद देना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बीजपद – BijaPada. Essenceful group of words used for infinite knowledge. संक्षिप्त शब्द रचना से सहित अन्तत अर्थो के ज्ञान का हेतु – भूत अनेक चिह्नों सें संयुक्त बिजपद कहलाता है “
धूमकेतु Name of a planet (comet), Name of a demon. ज्योतिषी के 88 ग्रहों में 25 वां ग्रह , कुअवधिज्ञानी एक असुर , जिसका विमान रूक्मिणी के महल पर रूक गया था। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] म्रक्षित दोष–Mrakshit Dosh. An obstacle related to the food of saints (offering foods with oily hands or spoon etc.). आहार का एक दोष; घी–तेल आदि चिकने पदार्थसे लिप्त हाथ या चम्मच आदि के द्वारा साधु को आहार देना”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंच प्रायश्चित सूत्र – Pancha Praayashchita Sutra. Five particular religious fomulae related with repentance. आगम, श्रुत, आज्ञा, धारणा, जीत “
धारणावरणी कर्म Karmas obscuring the retentive power of knowledge. एक प्रकार का कर्म जो धारणा शक्ति पर आवरण डालता है तथा इसके तीव्र क्षयोपशम से कोष्ठबुद्धिनामक ऋद्धि भी प्रकट होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वस्त्र – Vastra.: Clothes, Dress, Garments. सिले हुए कपड़े,परिधान “ये 5 प्रकार के होते हैं –अंडज,वोंडज,रोमज ,वक्कज,चर्मज “
उभयद्रव्य A substance common to both sides (in Purva and Apurva krishties). जो द्रव्य पूर्व व अपूर्व दोनों कृष्टियों को दिया उसे उभय द्रव्य कहते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]