धान्यमाष फल!
धान्यमाष फल A weighing unit. तौल का एक प्रमाण विशेष । 16 श्वेत सर्षप फल 1 धान्यमाष फल। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धान्यमाष फल A weighing unit. तौल का एक प्रमाण विशेष । 16 श्वेत सर्षप फल 1 धान्यमाष फल। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
खन्डिका A city in north of vijayardh mountain. विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर, दूसरे नरक का छठा इन्द्रक बिल ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विद्या कर्मार्य – Vidya Karmarya. Noble persons having profession of teaching for their livelihood. गणित शास्त्र, आलेख्य, पठन, पाठन आदि ७२ कलाओं द्वारा आजीविका करने वाले आर्य पुरुष “
धर्मोपदेश Religious sermon. स्वाध्याय तप का एक भेद; धर्म का उपदेश देना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिवासुदेव – Prativaasudeva. Another name of Pratinarayana. प्रतिनारायण का अपरनाम “
धर्मसूरि A disciple of Acharya Mahendrasuri. आचार्य महेन्द्रसूरि के शिष्य (ई. 1209) एवं जम्बूस्वामी सरना के कर्ता। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिमायोगी मुनिक्रिया – Pratimaayogee Munikriyaa. A type of procedural devotional prayer to be observed by saints involved in deep meditation. कृतिकर्म; सिद्धभक्ति, योगभक्ति, शान्ति भक्तिपूर्वक प्रतिमायोग में रत मुनियों की वंदना करना “
धर्ममूढ़ता Religious ignorance, silliness. लोकमूढ़ता ; धर्मलाभ मानकर नदी-समुद्र आदि में स्नान करना,बालु, पत्थर आदि का ढेर लगाना, पर्वत से गिरना, अग्नि में जलना आदि। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भैंससम:A type of listener who grasps less. श्रोता का एक प्रकार; जैसे भैंसा थोडा सा पानी पीकर बाकी सारा पानी गंदा कर देता है उसी तरह अल्प ग्रहण करने वाले श्रोता “
धर्मंधर Name of the writer of ‘Nagkumar Charit’ and ‘Shreepal Charit’. नागकुमार चरित्र तथा श्रीपाल चरित्र के रचयिता।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]