रैवतक पर्वत!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रैवतक पर्वत – सौराश्ट देष में जूनागढ राज्य का गिरनार पर्वत तीर्थकर नेमिनाथ की निर्वाण भूमि। Raivataka Paravata- Girnar mountain in Saurashtra (Jjunagarh), The salvation land of lord Neminath
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रैवतक पर्वत – सौराश्ट देष में जूनागढ राज्य का गिरनार पर्वत तीर्थकर नेमिनाथ की निर्वाण भूमि। Raivataka Paravata- Girnar mountain in Saurashtra (Jjunagarh), The salvation land of lord Neminath
देशघाती प्रकृति Destroying configurations (i.e. Karmic nature). जो जीव के स्वाभाविक (अनुजीवी) गुणों का एक देश घात करे, देशघाती कर्म प्रकृतियां 26 हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमावस्था:State of salvation.निश्चय मोक्षमार्ग का अपरनाम । सिद्वावस्था
द्रव्याश्रय Attributes related to matters. गुण जो द्रव्य के आश्रय से रहते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधर्म्य – Saadharmya. Parallelism, Means showing some existence. धर्म, गुण आदि की समानता । साध्य के आधार में जिसकी वृत्तिता निष्चित हो उसको साधर्म्य कहते है।
द्रव्य श्रमण Out wordly saints, See – Dravya Li´ga. देखें – द्रव्य लिंग। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सातिशय केवली – Saatisaya Kevale. A type of omniscient one. तीर्थकर प्रकृति रहित, 25 अतिशयो (केवलज्ञान, 14 देवकृत, 1 वज्रवृषभनाराच संहन), 4 प्रातिहार्य (छत्र, सिंहासन, भामंडल, दिव्यध्वनि), गन्धकुटी व अनन्त चतुष्टष् सहित सातिशय केवली होते है। अर्थात् अतिशय युक्त केवली को सातिशय केवली कहते है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रह्मोत्तर (देव) – Brahmottara (Deva). A type of deities resident of the 6th heaven. कल्पवासी देवों का एक भेद ” छठे स्वर्ग के निवासी देव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सात नय – Saata Naya. Seven particular kinds of standpoints. नैगम, संग्रह, व्यवहार, ऋजुसूत्र, शब्द, समभिरुढ़ और एवंभूत ये 7 नय है।
द्रव्य मोक्ष Installation of supreme soul of Siddhashila. मोह का एक भेद जीव के द्रव्यादि सम्बन्धि मूढ़भाव । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]