धर्मोपदेष्टा!
धर्मोपदेष्टा Preceptor, Religious teacher (saint or sage). वक्ता धर्म का उपदेश देने वाला , जो समस्त श्रुत को जानता है एंव जिसके मन, वचन, काय की प्रवृत्ति शुद्ध है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मोपदेष्टा Preceptor, Religious teacher (saint or sage). वक्ता धर्म का उपदेश देने वाला , जो समस्त श्रुत को जानता है एंव जिसके मन, वचन, काय की प्रवृत्ति शुद्ध है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
जघन्य आयु The lowest life period. मनुष्य एवं तिर्यंच में एक उच्छ्वास के १८वें भाग क्षुद्रभव की जघन्य आयु होती है जबकि देव व नारकी में दस-दस हजार वर्ष की जघन्य आयु होती है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तदाकार Copy of the similar form (same appearance). उसी आकार का।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धर्मस्थल (तीर्थ) Name of a famous Jain place of pilgrimage in Karnataka state, where a grand idol of Lord Bahubali has been consecrated by Dharmadhikari Shri Virendra Hegre. कर्नाटक का एक प्रसिद्ध तीर्थ, जहाँ धर्माधिकारी श्री वीरेन्द्र हेगड़े द्वारा भगवान बाहुबली की विशाल प्रतिमा की स्थापना की गई है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकृति स्वोदय – Prakrti Svodaya. Karmic natures which bind in ther own period of fruition. २७ कर्म प्रक्रतियां स्वोदय बंधी है अर्थात् इनका बंध अपने उदय के समय में ही होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सविश्वरूपत्व – Savishvaroopatva. Universally vast from, A name of Lord Rishavhdev called by Saudharma Indra. वस्तु में कुछ विरोधी धर्मो में एक धर्म जैसे सविष्वरूप-एकरूप इत्यादि । सौधर्मेन्द्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम।
धर्मरत्न A saint who was the initiator (preceptor) of Hanuman. एक मुनि ; हनुमान के दीक्षागुरू। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति Name of a book written by Acharya Amitgati, A part of scriptural knowledge (Shrutgyan) containing description about whole Jambudvip. आचार्य अमितगति (ई. ९९३-१०४६) द्वारा रचित ग्रन्थ , परिकर्म दृष्टिवाद श्रुत का एक भेद ; इसमें ३ लाख २५ हज़ार पदों के द्वारा जम्बूद्वीप का सम्पूर्ण वर्णन है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सविकल्प – Savikalpa. With option, Knowledge is called as Savikalpa. विकल्प सहित, ज्ञानोपयोग (ज्ञान) को सविकल्प कहा गया है।
धर्मपत्नी A lawfully married woman. अपनी ही जाति की जिस कन्या के साथ अग्नि की साक्षीपूर्वक विवाह किया जाता है एंव जो पूजा प्रतिष्ठा धर्म आदि शुभकार्यों में साथ रहती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]