भाववती शक्ति!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाववती शक्ति – Bhavavati Sakti. Volitional strength of something. द्रव्य की एक शक्ति; प्रदेशत्व गुणों के अतिरिक्त शेष गुणों के परिणाम की भाव रूप शक्ति “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाववती शक्ति – Bhavavati Sakti. Volitional strength of something. द्रव्य की एक शक्ति; प्रदेशत्व गुणों के अतिरिक्त शेष गुणों के परिणाम की भाव रूप शक्ति “
ग्रन्थकर्ता Basically chief disciple of Lord Arihant, Acharyas & general writers are called Granthkarta. मुख्या रूप से गणधर स्वामी एवं सामान्य रूप से ग्रन्थ का लेखन करने वाले आचार्य विद्वान को ग्रन्थकर्ता कहते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समता रहित – Samataa Rahita. Devoid of equanimity. साम्य भाव बिनाः वनवास, कायक्लेश आदि तप, अध्ययन, मौन आदि ये सब समता रहित श्रमण के निष्फल है।
द्रव्य लिंग Physical sign or appearance (related to a saint). बाहरी भेष, साधु का बाहरी चिन्ह, परिग्रह रहित व पिच्छी कमण्डलु सहित होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चलशील Irrelevant or vulgar talks or speeches. कंदर्प और कौत्चुत्य इन दो प्रकार के वचनों को पुनः पुनः प्रयोग करना चलशीलता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मधुरालाप – Madhuralapa. Name of a female deity of a peripatetic Indra. एक व्यंतर इन्द्र किंपुरुष की महत्तरिका देवी का नाम “
द्रव्य पाप Sinful nature of Karmas (substantive sin). कर्म की पाप रूप 100 प्रकृतियां ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चक्ररथ Soul of ‘Sita’, a predestined Chakravarti (emperor). सीता का जीव ; यह चक्रवर्ती राजा हिओगा रावण -लक्ष्मण के जीव इसके पुत्र होंगे ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मदनकीर्ति – Madanakirti. Name of a disciple of Pandit Ashadharji. पं. आशाधरजी के शिष्य का नाम “
द्रव्य ध्येय To concentrate mind on the virtuous matters. अध्यात्म वेत्ताओं के अनुसार 4 प्रकार के ध्येय पदार्थों में एक सत् या गुणपर्यायवान् पदार्थ में एकाग्र होना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]