प्रज्ञान!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रज्ञान – Pragyaaan. Great perception or cognizance. उत्कृष्ट ज्ञान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रज्ञान – Pragyaaan. Great perception or cognizance. उत्कृष्ट ज्ञान “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भविता – Bhavita. Name of a Ganini Aryika in the assembly of Lord Kunthunath. कुन्थुनाथ भगवान के समवशरण की मुख्य आर्यिका (गणिनी) का नाम “
उत्पाद पूर्व First early canon of Jaina, a type of scriptural knowledge (Shrutgyan). श्रुत ज्ञान के 14 पूर्वों में से प्रथम पूर्व जीव पुद्गल आदि का जहाँ जब जैसा उत्पाद होता है उस सबका वर्णन जिसमें हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भृकुटी:scowl, a frowning look. तनी भौंह, क्रोध पूर्ण मुखाकृति ” जिन प्रतिमाओंकी भकुटीर हित मुखाकृति क्रोध केअभाव का सूचक होती है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भट्टाकलंक – Bhattaakalamka. See- Bhatta Akalamka. देखें – भट्ट अकलंक “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैराग्य भावना –VAiragya Bhavana Emotions of the aversion from worldly life. वैराग्य की कारणभूत भवनाये ” जगत, शरीर, भोग के स्वरूप का बारबार चिंतन करना “
ऐलक A loin-clothed Jaina saint. जैन संत जो मात्र एक वस्त्र (लंगोट) धारण करते हैं केषलोच करते हैं एंव पिच्छी- कमण्डलु रखते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकानंत Unidirectional finite (like ocean which seems to be endless). जिस एक पदार्थ को देखने पर उसका अंत नहीं पाया जाता उसको एकान्त कहते हैं जैसे अथाह समुद्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकयम A self restraint. सममायिक शुद्धि संयम, यह द्रव्यार्थिक रूप है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]