धर्मचक्र विधान!
धर्मचक्र विधान A worshipping book written by Aryika Shri Abhayamati Mataji. गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से आर्यिका श्री अभयमती माताजी (ई.श. 20 अंतपाद) द्वारा रचित एक पूजा विधान पुस्तक।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मचक्र विधान A worshipping book written by Aryika Shri Abhayamati Mataji. गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से आर्यिका श्री अभयमती माताजी (ई.श. 20 अंतपाद) द्वारा रचित एक पूजा विधान पुस्तक।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चाँदखेड़ी(तीर्थ) Name of a Digambar Jain Atishay Kshetra in Jhalavad Dist. (Raj.) at the bank of river Rupli. The micraculous idol of Lord Rishabhdev is installed here. राजस्थान के झालावाड़ जिले में रूपाली नदी के तट पर अवस्थित एक दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र . यहाँ पर भगवान ऋषभदेव की चमत्कारिक प्रतिमा विराजमान है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मधुकैटभ- Madhukaitabha. Name of the 4th Pratinarayan. चतुर्थ प्रतिनारायण का नाम “
धरणीमौलि A great mountain which is well known by the name Kishkindhgiri. एक पर्वत, जो किष्किंधगिरि के नाम से विख्यात है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चक्रलाभक्रिया An auspicious act of getting precious jewels due to spiritual merits ‘Punya’. गर्भान्वय की एक क्रिया ; पुण्य के प्रताप से नवनिधि व चक्ररत्न की प्राप्ति ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मत्सर – Matsara. Jealousy, Envy. ईर्ष्या, ज्ञानावरण व दर्शनावरण का कारण “
धनश्री Name of a wealthy woman. सेठानी ; जो हिंसा पाप में प्रसिद्ध हुई है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गोम्मटेश्र्वर The statue of Lord Bahubali situated at Shravanbelgola. दक्षिणी भारत के श्रवणबेलगोला में चामुंडराय(गोम्मत) द्वारा स्थापित ५७ फुट उत्तुनंग भगवन बाहुबली की प्रतिमा का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मणिकांचन योग – Manikaanchan Yoga. Mutual glorificatory association. जिस प्रकार मणि युक्त स्वर्ण अंगूठी में मणि से स्वर्ण की शोभा बढ़तीं है एवं स्वर्ण से मणि की शोभा बढ़तीं है उसी प्रकार परस्पर में एक-दूसरे की शोभा के वृधिगंत होने से मणिकांचन योग कहलाता हैं “
धन Wealth, That which consists of wealth such as money, property, cow etc. रूपया, पैसा, सोना, मकान आदि सम्पति।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]