धर्मप्रभावना!
धर्मप्रभावना Propagation of religion. धर्म की प्रभावना करना , समुचित रीति से अज्ञानरूपी अंधकार को हटाकर जैनधर्म की महिमा को फैलाना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मप्रभावना Propagation of religion. धर्म की प्रभावना करना , समुचित रीति से अज्ञानरूपी अंधकार को हटाकर जैनधर्म की महिमा को फैलाना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यज्ञ दीक्षा–Yagya Deeksha. Consecrational–initiation; giving particular vows to worshippers for a particular time period of Panch–Kalyanak, Vidhan etc. to become Indras by the Partishthacharya. पंचकल्याणक प्रतिष्ठा; इन्द्रध्वज विधान आदि में इन्द्रो (यजमान) के लिए कराई जाने वाली एक विशष विधि; जिसमेहाथ में कंकण बांधकर पूजापर्यन्त ब्रह्मचर्य व्रत, एकासन आदि का नियम कराया जाता…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंच अनुत्तर विमान – Pancha Anuttara Vimaana. Five supreme heavenly aboding places. 9 अनुदिशों के ऊपर विजय, वैजयंत, जयंत, अपराजित और सर्वार्थसिद्धि विमान “
धर्मकथा Religious story. धर्म में दृढ़ करने वाली कथा ; आक्षोपिणी, विक्षोपिणी, संवेदिनी, निर्वेदिनी के भेद से 4 प्रकार की है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूत्रसम्यक्त्वार्य – Sutra Samayaktvaarya. See- Sutra Darsanaarya. देखे – सूत्रदर्षनाय ।
टंकण A city near Girikuta mountain and Eravati river, To do typing. ऐरावती नदी व गिरिकूट पर्वत के निकट स्थित एक नगर, टाइप करना। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
धरणा Name of the Ganini (chief Aryika) in the holy assembly of Lord Sheetalnath. शीतलनाथ भगवान के समवशरण की गणिनी (प्रमुख आर्यिका) का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्य- Manushya. Human beings. मनुष्य गति में उत्पन्न हित अहित विवेक को धारण करने वाला , व्याकरण की व्युत्पत्ति ‘मनोरपत्यंमानवाः’ के अनुसार मनु की संतान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प – Pa. The 21st consonant of the Devanagari Syllabary. देवनागरी वर्णमाला का 21 vanवाँ व्यंजन, इसका उच्चारण स्थान ओंठ है “
धनपाल A type of peripatetic celestials, Name of the writer of ‘Bhavishyadatta Charitra’. यक्ष जाति के व्यंतर देवों के 12 भेदों में नवां भेद, ‘ भविष्यदत्त चरित्र’ प्राकृत के कर्ता।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]