युक्तासंख्यात!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युक्तासंख्यात – असंख्यात के तीन भेदो में एक भेद, इसके उत्तम, मध्यम जघन्य तीन भेद है। Yuktasamkhyata-A unit of uncountable numbers
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युक्तासंख्यात – असंख्यात के तीन भेदो में एक भेद, इसके उत्तम, मध्यम जघन्य तीन भेद है। Yuktasamkhyata-A unit of uncountable numbers
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वायव्य – Vaayavya.: Name of a direction (of west-north angle). पश्चिम –उत्तर कोण वाली विदिशा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुण्यमूर्ति – Punyamurti. Name of the 13th predestined Teerthankar (Jain- Lord). हरिवंशपुराण के अनुसार १३वें भाविकालीन तीर्थंकर का नाम. त्रिलोकसार के अनुसार इनका नाम ‘निष्पापनाथ’ है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लक्ष्मण – राजा दषरथ के पुत्र, राम के भाई, आठवे नारायण, इन्होने कोटिषिला उठाई थी।लक्ष्मण का राम के प्रति भ्रात प्रेम संसार में प्रचलित है। Laksamana-The younger brother of lord Ramchandra
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यशस्वान–Yashsvan. Name of the 9th Kullar (ethical founder), A type of peripatetic deities, Name of a deity of a summit of Manushottar mountain. वर्तमानकालीन 9वे कुलकर, किंपुरुष व्यंतारो का एक भेद, मानुषोत्तरपर्वतकी पूर्व दिशा के वैडूर्य कूट का निवासी एक देव”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लघुसर्वज्ञ सिद्धि – आचार्य अनंन्तकीर्ति कृत संस्कृत भाशा का न्याय विशयक गं्रथ। Laghusarvajna Siddhi-Name of a book written by Acharya Anantakirti
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैराग्गसार –Vairaggasara Name of a treatise written by Subhadracharya. सुभाद्रचार्य द्वारा रचित (ई. श. ११ – १२) अपभ्रंश भाषा का एक ग्रंथ “
एकभक्त Single dieting (in specified morning time). जैन साधु का एक मूलगुण- सूर्योदय के तीन घड़ी पश्चात् और सूर्यास्तकाल से तीन घड़ी पहले दिन में जीवन पर्यंत विधिपूर्वक एक ही बार आहार ग्रहण करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]