लांगलिका गति!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लांगलिका गति – विग्रहगति का एक भेद, दो मोडे वाली गति जो तीन सतय वाली होती है। Lamgalika gati-A kind of transmigratory motion
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लांगलिका गति – विग्रहगति का एक भेद, दो मोडे वाली गति जो तीन सतय वाली होती है। Lamgalika gati-A kind of transmigratory motion
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == तीव्रकषायी : == आत्मप्रशंसनकरणं, पूज्येषु अपि दोषग्रहणशीलत्वम्। वैरधारणं च सुचिरं, तीव्रकषायाणां लिंगानि।। —समणसुत्त : ६०० अपनी प्रशंसा करना, पूज्य पुरुषों में भी दोष निकालने का स्वभाव होना, दीर्घकाल तक वैर की गाँठ को बांधे रखना—ये तीव्रकषाय वाले जीवों के लक्षण हैं।
तुंबर A type of peripatetic deities. गनधर्व नामक व्यंतर जाति का एक भेद। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भेद स्वभाव:Differentiation in nature, discriminative nature of matters. द्रव्योंके 11 सामान्य स्वभावों में एक स्वभाव ; गुण-गुणीआदिमेंसंज्ञा , लक्षण, प्रयोज़ंन की अपेक्षा भेद होने से भेद स्वभाव होताहै “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिपात – Pratipaata. Fall, Counter – fall. गिरने का नाम प्रतिपात है “
आदान भाव Not to impart knowledge in jealousy. मात्सर्य भाव ,ईर्ष्या भाव से किसी को ज्ञान दान न करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुंडन क्रिया–Mundan Kriya. A type of auspicious and scared activity, head shaving. 12वी गर्भान्वय क्रिया; चौल कर्म–केशवाय कर्म” शिशु के मंत्रो आदि की विधि द्वारा सिर मुंडन कराना”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पगिरी – Puspagiri. A mountain situated in Bharat Kshetra in Arya Khand (region). एक पर्वत, भरत क्षेत्र आर्यखण्ड में स्थित एक पर्वत “