द्वितीयोपशम सम्यत्तव!
द्वितीयोपशम सम्यत्तव Second subsidential right belief. उपशम श्रेणी चढ़ने वाले साधु को क्षयोपशम सम्यग्दर्शन से पुनः जो उपशम सम्यक्त्व होता है उसे द्वितीयोपशम सम्यग्दर्शन कहते है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वितीयोपशम सम्यत्तव Second subsidential right belief. उपशम श्रेणी चढ़ने वाले साधु को क्षयोपशम सम्यग्दर्शन से पुनः जो उपशम सम्यक्त्व होता है उसे द्वितीयोपशम सम्यग्दर्शन कहते है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाति – Bhiti. Fear, A super power possessed by Ravana, creating fear to enemy. भय, रावण को प्राप्त एक विधा ” इस विधा से शत्रु पक्ष में भय उत्पन्न किया जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नैमित्तिक दुःख – Naimittika Dukha . Distress arising due to external causes. बाह्य निमित्तों से उत्पन्न दुख “
द्विचरमकाल The time less than one Samay than the ultimate time. अंतिम समय से एक समय पूर्व का काल द्विचरमकाल कहलाता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वज्रनंदि – Vajranandi Name of a disciple of Gunnandi of Nandi group and a disciple of Acharya Pujyyapad who established Dravid group. नंदिसंघ बलात्कारगण के अनुसार गुणनंदि के शिष्य तथा कुमारनंदि के गुरु ” समय –ई . 442 – 464 ,आचार्य पूज्यपाद के शिष्य ” गुरु से बिगड़कर द्रविड़संघ की स्थापना की ” कृतियां…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नेमिनाथपुराण – Neminaathapuraana. A book written by brahmchari Nemidatta. ब्र. नेमिदत्त (ई. 1528) कृत एक संस्कृत ग्रंथ “
द्वयर्धगुणहानि A type of decreasing series. गुणहानि आयाम को ड्योढ़ा (द्वयर्ध) करने पर जो प्रमाण प्राप्त हो। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शीतल वायु – Sheetala Vaayu. One of the 14 divinely excellences of lord arihant- gentel breeze (wind). अरहंत के देवकृत 14 अतिशयों में एक अतिशय; वायु कुमार देव द्वारा शीतल पवन चलाना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नृत्यगोष्ठी – Nrityagoshthee. Recreation; To organise dance programme. प्राचीन मनोरंजन का एक प्रमुख साधन; उत्सवों पर नृत्य गोष्ठियाँ की जाती थी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नील (नाम) – Neela (Naama). Name of the initiation-forest of lord Munisuvratnath a king of vanara dynasty. भगवान मुनिसुव्रतनाथ के दीक्षा वन का नाम, वानर वंश का एक राजा “