उपपादक्षेत्र!
उपपादक्षेत्र Regional place of birth (of Indras etc.). उपपाद का क्षेत्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपपादक्षेत्र Regional place of birth (of Indras etc.). उपपाद का क्षेत्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संप्रदाय विरोध – Sampradaaya Virodha. Castewise mutual contradiction. भिन्न-भिन्न जातियों में पारस्परिक विरोध “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == मैथुन : == कम्प: स्वेद: श्रमो मूच्र्छा, भ्रमिग्र्लानिर्मलक्षय:। राजयक्ष्मादिरोगाश्च, भवेयुर्मैथुनोत्थिता:।। —योगशास्त्र : २-७८ मैथुन से कंपकंपी, स्वेद—पसीना, श्रम—थकावट, मूर्छा—मोह, भ्रमि—चक्कर आना, ग्लानि—अंगों का टूटना, शक्ति का विनाश, राज्यक्ष्मा—क्षय रोग तथा अन्य खांसी, श्वास आदि रोगों की उत्पत्ति होती है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रद्धान – Shraddhaana. Reverential belief, Veneration. प्रतिती, श्रद्धा, अनुभव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवेश द्वार- भीतर जाने का मुख्य दरवाजा। Pravesa Dvara- Approach door, Vestibule
चक्रपुर A city of Bharat Kshetra (region), A city in the south of Vijayardh mountain. भरतक्षेत्र का एक नगर , विजयार्ध की दक्षिण श्रेणी का एक नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्याख्यान धारण- pratyakhyana dharana A reverential activity of jain saints as after foodtaking etc कृतिकर्म; भोजन आदि का प्रत्याख्यान लेते समय सिद्ध व योग भä पिढ़ना।