भावाभिनन्दी!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावाभिनन्दी – Bhavabhinadi. The welcomer of the worldly existence. सांसारिक अस्तित्व का अभिनन्दन करने वाला “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावाभिनन्दी – Bhavabhinadi. The welcomer of the worldly existence. सांसारिक अस्तित्व का अभिनन्दन करने वाला “
उत्पला Name of a Vapi (like large lakes) of Nandan forest of Sumeru mountain. सुमेरू पर्वत के नंदन वन की तीसरी वापी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरायुध – Niraayudha. Weaponlessness-absolute freeness from all types of worldly passions ( a characteristic of Jina-Lord idol). आयुध से रहितता-जिन प्रतिमाओं का एक लक्षण जो भय, हिंसा, कषाय आदि के अभाव का सूचक है “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == साहसी : == जाव य ण देन्ति हिययं पुरिसा कज्जाइं ताव विहणंति। अह दिण्णं तिय हिययं गुरुं पि कज्जं परिसमत्तं।। —कुवलयमाला जब तक साहसी पुरुष कार्यों की तरफ अपना ध्यान नहीं देते, तभी तक कार्य पूरे नहीं होते हैं। किन्तु उनके द्वारा कार्यों के प्रति हृदय लगाने से…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संयोग द्रव्य – Sanyoga Dravya. Compound form a matter (a combination of two different matters). अलग – अलग सत्ता रखने वाले द्रव्यों के मेल से जो पैदा हो जाये उसे संयोग द्रव्य कहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरवद्यक्रिया – Niravadyakriyaa. Sinless, faultless activities (i.e. pure). पाप रहित क्रिया “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == गुणी : == लच्छीए विणा रयणायरस्स गम्भीरिमा तहज्जेव। सा लच्छी तस्स विणा कस्स न गेहे परिब्भई।। —गाहारयणकोष : ४५ लक्ष्मी के बिना भी रत्नाकर की गंभीरता तो वैसी ही बनी हुई है, किन्तु सागर को छोड़कर चली गई लक्ष्मी को कहाँ—कहाँ नहीं भटकना पड़ता ? ठाणेसु गुणा पथड़ा ठाणाणि,…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकांतिक –Lokaantik See – Lokaantika Dev. देखें – लोकान्तिक देव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरंतर सिद्ध – Nirantara Siddha. Continually salvating beings. अंतर की अपेक्षा निरंतर सिद्ध होने वाले जीव,8 समय अंतर एवं सात से दो समय अंतर से सिद्ध होने वाले जीव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकप्रमाण – Lokapramaan.: A large area measurement of universe (343 Ghanraju). 343 घन राजू प्रमाण “