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[[श्रेणी:शब्दकोष]] व -Va : The 29th consonant of the Devanagari syllabary . देवनागरी वर्णमाला का उन्नीसवां व्यंजन ,इसका उच्चारण स्थान दन्त्य अथवा दन्त्यौष्ठ माना जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] व -Va : The 29th consonant of the Devanagari syllabary . देवनागरी वर्णमाला का उन्नीसवां व्यंजन ,इसका उच्चारण स्थान दन्त्य अथवा दन्त्यौष्ठ माना जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निषादिनी – Nishaadinee. 5th type of music in all 8 kinds. संगीत की 8 जातियों में पांचवी जाति “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लाघव – लघुता, हल्कापन षरीर का भारीपन नश्ट होना। तपष्चरण से षरीर में ये गुण प्राप्त होता है जिसे लघिमा ऋद्धि कहते है। Laghava-Lightness, minuteness
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिक्षाव्रत – Shikshaavrata. Vows pertaining to religious instructions. मुनिधर्म के अभ्यास में हेतु रूप गृह्स्थों के 4 व्रत-भोगोपभोग परिमाण, सामायिक, प्रोषधोपवास, अतिथिसंविभाग “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चयाचार – Nishchaayachaara. Absolute religious conduct & behaviour. परद्रव्यों से भिन्न शुद्धात्मा तत्व में श्रद्धा, ज्ञान, आचरण, तप शक्ति को न छिपाते हुए परिणमन(आचरण) करना निश्चयाचार है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संसारभीरु – Sansaarabheeru. One aware & frightened of worldly troubles. सम्यग्दृष्टि जीव जो संसार के दुःखों से भयभीत होकर वैराग्य को स्वीकार करते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शास्त्रदान – Shaastradaana. A type of donation-providing scriptures or scriptural knowledge. दान का एक भेद (ज्ञान दान)-सत्पुरुषों का उपकार करने की इच्छा से शास्त्र का व्याख्यान करना या पठन सामग्री देना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय वन्दना – Nishchaya Vandanaa. To pay reverence absolutely to soul with right perception, knowledge & conduct. मुनियों द्वारा दर्शन, ज्ञान व चरित्र स्वरुप उत्तम आत्मा की वन्दना करना “
दीर्घदंत Name of a predestined Chakravarti. भविष्यकालीन द्वितीय चक्रवर्ती ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शाखा – Shaakhaa. Branch, division, Section. किसी भी विषय सम्बंधी उपभाग “