निर्माणरज!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्माणरज – Nirmaanaraja A heavenly deity (Laukantik Deva). एक लौकान्तिक देव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्माणरज – Nirmaanaraja A heavenly deity (Laukantik Deva). एक लौकान्तिक देव “
दर्शन गुण Characteristics of the right faith.प्रशम, संवेग, आस्तिक्य, अनुकंपा ये 4 सम्यग्दर्शन के गुण हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आहवनीय A sacred fire in which funeral ceremony of Gandhars is performed. अग्नि वह अग्नि जिसमें गणधरों के शरीर का अग्नि संस्कार किया जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्धन – Nirdhana. Pauper, poor, needy. ग़रीब, धनहीन व्यक्ति “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य करण – Bahya Karana. External cause causing certainty for the comple-tion of any work. कार्य सिध्द में साधकतम बाह्य निमित जिसके होने पर कार्य की सिध्द निशिचत होती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीमती – Shreematee. A respectable addressing word for a woman, The grandmother of Lord Mahavira. स्त्रियों के लिए आदर-सूचक शब्द, राजा सर्वार्थ की रानी भगवान महावीर की दादी “
उत्पन्न स्थान सत्तव Reforming of Karmas by reducing Karmic Sthiti. पूर्व पर्याय में जो उद्वेलना व बिना उद्वेलना से सत्तव हुआ है उसका उत्तर पर्याय में उत्पन्न होना। वहाँ उत्तर पर्याय में उस सत्तव को उत्पन्न स्थान में सत्तव कहा है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरास्रव – Niraasrava. Devoid of attachments, ill-feelings etc. सम्यग्दृष्टि जीव अर्थात् राग, द्वेष और मोह से रहित होना निरास्रव कहलाता है “
तैला A river of Bharat kshetra in Aryakhand (region). भरतक्षेत्र आर्यखण्ड की एक नदी । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]