विषम!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विषम – Vishama. Odd, not similar, uneven. जो सम या समान न हो, आसमान ” (स्निग्ध पुद्ग्ल का रुक्ष पुद्ग्ल के साथ जघन्य गुण के सिवाय विषय अथवा सम गुण के रहने पर बंध होता है ) “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विषम – Vishama. Odd, not similar, uneven. जो सम या समान न हो, आसमान ” (स्निग्ध पुद्ग्ल का रुक्ष पुद्ग्ल के साथ जघन्य गुण के सिवाय विषय अथवा सम गुण के रहने पर बंध होता है ) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बहुशिलापटता- रत्नप्रभा पृथिवी के खरभाग का अंतिम पटल। Bahusilapatala- Name of a patal (layer) of Ratnaprabha earth
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बगुला- एक पक्षी, श्रोता का एक भेद; बगुला के समान बाहर से भद्र एवं अंतरंग से दुष्ट होना। Bagula- A heron, A type of listener (reg. deceptive nature)
त्रसघात Destruction of micro beings. त्रस जीवों का घात होना, जो मांस , शहद आदि पदार्थों के सेवन से होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रोषधोपवास – पर्व (अश्टमी, चतुर्दषी आदि) के दिनों में चारों पगाकर के आहार का त्याग करके धर्म ध्यान में दिन व्यतीत करना। Prosadhopvasa- fasting (on 8th & 14th day etc of each fortnight
त्याग Renunciation (related to all passions). छोडना, विरक्त होना, सारे पर द्रव्यों के मोह को छोडकर संसार देह और भोगों से उदासीनता। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गुणावां (तीर्थ) Name of a place in Navada district of Bihar which is the salvation land of the first chief disciple (Gandhar) of Lord Mahavira. भगवान महावीर के प्रथम गणधर श्री गौतम स्वामी की निर्वाणभूमि . बिहार प्रान्त के नवादा जिले में स्थित इस तीर्थ पर पूज्य गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से नवनिर्मित…
तृण स्पर्श Affliction in the grassy resting with troublesome materials. 22 परीषहों में एक परीषह , सूखे तिनके, कंकर , पत्थर आदि की वेदना को समतापूर्वक सहन कराना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]