धर्मानुराग!
धर्मानुराग Religious zeal or devotion. धर्म के प्रति अटूट श्रद्धा रखते हुए उसका जीवन पर्यंत पालन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मानुराग Religious zeal or devotion. धर्म के प्रति अटूट श्रद्धा रखते हुए उसका जीवन पर्यंत पालन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
जयचंद छाबड़ा A great personality who wrote commentaries on many books like ‘Prameyratnamala’ etc. एक विद वान जिन्होंने सर्वार्थसिद्धि (वि. १८६१) , प्रमेयरत्नमाला (वि. १८६३) , द्रव्य संग्रह (वि. १८६३) आदि ग्रंथों पर वचनिकाएं लिखीं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्वच्छंद श्रोता – Svacchammda Ssrotaa. Unworthy or restraintless listeners.कुपात्र श्रोता। स्वच्छंद श्रोताओ को विधा देना संसार और भय को ही बढ़ाने वाला है।
धर्मविलास Name of a religious book written by Pandit Dyanatrai. पं0 द्यानतराय (ई. 1733) द्वारा रचित एक पदसंग्रह। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेहेसरचरीउ–Mehesrachriu. Name of a book. सुलोचनाचारित्र विषयक अपभ्रंश भाषा का एक ग्रंथ”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्याद्वादसिद्वि – Syaadvaadasiddhi. Name of a treatise written by Acharya Vadibhisingh. आचार्य वादीभसिह (ई0 1103) द्वारा रचित संस्कृत भाषाबद्व न्याय विषयक ग्रन्थ।
धर्मप्रिय Zealous in religion, Name of the grandfather of Jambuswami; father’s name of Arhaddas. धर्मानुरागी , जम्बूस्वामी के पितामह ; अर्हद्दास के पिता । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
जन्मरहितता Immortality, a virtue of Siddhas (super beings). सिद्धों का एक गुण जो आयुकर्म नष्ट होने पर प्रगट होता है -अवगाहनत्व या जन्म-,अरण रहितता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादमूर्त – Syaadamuurta. Non-physical nature (in some aspect).परमभाव ग्राहक द्रव्यार्थिक नय की अपेक्षा पुद्गल के अतिरिक्त जीव, धर्म, अधर्म, आकाश और काल द्रव्य कथंचित् अमूर्तस्वभाव वाले है।
धर्मकर्ता The propagators (Omniscient, Preceptors) of the religion (reg. salvation). सर्वज्ञदेव, गणधर, आचार्य धर्म के कर्ता कहलाते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]