दोषारोपण से हानि
चतुर्थगुणस्थान में आत्मानुभूति विजया-हे माताजी! मेरे घर में निरन्तर बहुत ही अशांति मची रहती है, किस प्रकार से शान्ति हो, आप ही कुछ उपाय बतलाइये? आर्यिका–किस हेतु से अशांति रहती है, कुछ कारण तो बताओ? विजया-जहाँ तक मेरा अनुभव है बात यह है कि मेरी माँ हमेशा घर में हर किसी पर संदेह की दृष्टि…