सुरसुन्दरी से शिवसुन्दरी
सुरसुन्दरी से शिवसुन्दरी (काव्य छत्तीस से सम्बन्धित कथा) गगनचुम्बी अट्टालिका की सातवीं मंजिल पर राजकुमारी सुरसुन्दरी अपनी सखियों के साथ बैठी अठखेलियाँ कर रही थी। बीच-बीच में होने वाले हास-परिहास और अट्टहास से राह चलने वाले राहगीरों की पैनी नजरें अपने आप ऊपर उठ जाती और यद्यपि वे अपने गन्तव्य की ओर आगे कदम बढ़ाते,…