राजमा : दाल ही नहीं; औषधि भी !!
राजमा : दाल ही नहीं; औषधि भी ! इसकी फलियों में एक विशेष गुण यह भी पाया गया कि शरीर से विभिन्न विषाक्त पदार्थों और हानिकारक आक्सीजन रहित तत्वों को बाहर करने में मदद करती है। इसीलिए तो भावप्रकाश कार ने इसे ‘बलप्रद’ कहा है। आयुर्वेद के अनुसार बल तीन प्रकार का होता है…