यथाकाल उदय!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यथाकाल उदय–Yathakala udaya Fruition of karmic nature on maturity. स्तिथिपूर्ण होने पर समय पर कर्मो का उदय में आना “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यथाकाल उदय–Yathakala udaya Fruition of karmic nature on maturity. स्तिथिपूर्ण होने पर समय पर कर्मो का उदय में आना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पण्णट्टी : A counting of numbers i.e. (256)2 =65536. एक संख्या (256)2 = 65536.
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेद (शास्त्र) – Veda (Sastra) Four expositions of Jaina scriptures & the four great mythological sacred scriptures of Hindus. जैनधर्म के चार अनुयोगों (प्रेथामानुयोग, करणानुयोग, चरणानुयोग, द्रव्यनुयोग) को वेद संज्ञा दी गई है ” हिन्दुऊ में भी चार वेदों ॠग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद की मान्यता हैं “
ऐहिक फलानपेक्षा Quality of selfless donation. दाता का पहला गुण-दान देने पर लौकिक फल की इच्छा न करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पक्षपात : Partiality, Favouritism. भेदभाव करना, एकांत, तरफदारी करना ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशाख – Vishakha. Name of the prime chief disciple of Lord Mallinath. तीर्थकर मल्लिनाथ के प्रथम गणधर “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाषा पर्याप्ति काल – Bhasha Paryaptikala. Period of vocal completion. भाषा पर्याप्ति पूर्ण होने पर जितने समय तक मन पर्याप्ति पूर्ण न हो तब तक भाषा पर्याप्ति काल कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रजत – माल्यवान मनुशोत्तर व रूचक पर्वत एवं नन्दनवन मे स्थित कूटो का नाम। Rajata-The name of summits of ‘Malyavan Manushottar
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूतपूर्व न्याय – Bhutapurva Nyaya. A type of justice related to the past. जिसके द्वारा उपशांत कषाय आदिक गुणस्थानों में लेश्या कही जाती है “
एकांग One organ activity (reverence with bending the head only). नमस्कार का प्रकार (केवल सिर झुकाना एकांग नमस्कार है)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]