द्रव्यास्तिक नय!
द्रव्यास्तिक नय Substantive standpoint. देखें – द्रव्यार्थिक नय। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्यास्तिक नय Substantive standpoint. देखें – द्रव्यार्थिक नय। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शन पंडित One having destructional-cum-subsidential right perception. क्षायिक , क्षायोपशमिक और औपशमिक सम्यग्दर्शन से जीव दर्शन पंडित होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्व तालका – Poorva taalakaa. Place of getting omniscience by Lord Rishbhdev. See – Purimtaala. ऋषभदेव भगवान के केवलस्थान का नाम ” देखें – पुरिमताल “
द्रव्यसंयोगपद A special type of nomenclature associated with something. इभ्य, गौथ, दण्डी, छवी, गर्भिणी इत्यादि द्रव्यसंयोग पद नाम है क्योंकि धन, गूथ, दण्डा, छत्ता इत्यादि द्रव्य के संयोग से ये नाम व्यवहार में आते है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
खेद Pain, sorrow, Affliction. अनिष्ट की प्राप्ति होना, दुख ,शोक, अवसाद । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूधरदास – Bhudharadasa. Name of a writer who wrote Parshvanath Puran, Pada Sangrah (poetic compositions) etc. many great books. पाशर्वनाथपुराण; जैन शतक, पद संग्रह आदि के कर्ता “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भागफल्गु – Bhagaphalgu. Name of the 54th chief disciple of Lord Rishabhdev. तीर्थकर वृषभदेव के ५४ वें गणधर “
खंडित Division of any quantity, Wornout, Mutilated. गणित की भागाहार विधि में भाज्य राशि को भागाहार करना, मूर्ति आदि का कोई हिस्सा टूट जाना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकाश स्वभाव – Prakasha Svabhava. Luminous nature. तेजस्व प्रकृति “
द्रव्य युति State of the unity of matters.समीपता या संयोग का नाम युति है जीवयुति, पुद्गलयुति और जीवपुद्गलयुति के भेद से द्रव्य युति तीन प्रकार की है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]