प्रतिबोध!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिबोध – Pratibodha. Awaking knowledge; discernment, vigil. जागरण, जानकारी या ज्ञान, सम्यग्दर्शन-ज्ञान, व्रत और शील गुणों को उज्जवल करने, मॉल को धोने अथवा जलाने का नाम प्रतिबोध है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिबोध – Pratibodha. Awaking knowledge; discernment, vigil. जागरण, जानकारी या ज्ञान, सम्यग्दर्शन-ज्ञान, व्रत और शील गुणों को उज्जवल करने, मॉल को धोने अथवा जलाने का नाम प्रतिबोध है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निदान-भोगों की तृष्णा से पीडित होकर रातदिन आगामी भोगों को प्राप्त करने की ही चिन्ता करते रहना निदानज नामक आर्त्तध्यान है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुषाद्वैत – Purusadvaita. Monotheist. एक ही महात्मा है वह सर्व व्यापक है वह सब ब्रम्ह का स्वरूप है ऐसा मानने वाले “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पतिघात – Pratighaata. Counterblow, Reaction, Obstrution. एक मूर्तिक पदार्थ का दूसरे मूर्तिक पदार्थ के द्वारा व्याघात होना ” प्रतिकार, प्रतिषेध, बाधित होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतर – Pratara. Area or (particular unit)2. एक-एक आकाश प्रदेशात्मक पंक्ति के वर्ग को प्रतर कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पदंत (कवि) – Puspadamta (Kavi). A poet who wrote Yashodhar Charitra & Nagkumar Charitra etc. books. एक कवि जिन्होंने यशोधर चरित्र व् नागकुमार चरित्र आदि ग्रंथों की रचना की “
आहार वर्गणा Physique making Karmic nature causing complete formation of the body. देखें-आहारक वर्गणा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्करद्वीप – Puskaradvipa. Name of the 3rd island of middle universe. मध्यलोक का तृतीय द्वीप- जो की कालोदधि समुद्र को घेरकर १६,००००० योजन के विस्तार से युक्त है. अपरनाम- पुष्करद्वीप. इसके मध्य में चूड़ी के आकार का मानुषोत्तर पर्वत होने से यह दो भागो में विभक्त है, जिन्हें पुष्करार्ध्द कहते हैं “
उत्तरेन्द्र Name of Indras. भवनवासी व्यंतर देवों के दो-दो इन्द्रों में दूसरे नवम्बर का इन्द्र एंव 16 स्वर्गों के 12 इन्द्रों में दूसरे नवम्बर का इन्द्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुदेव – Purudeva. Another name of Lord Adinath, A type of Kimpurusha peripatetic deities. आदिनाथ भगवान का अपरनाम, किंपुरुष व्यंतर देव का एक भेद “