लांगलखातिका!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लांगलखातिका – भरतक्षेंत्र के आर्यखण्ड की एक नदी। Lamgalakhatika-Name of a river of bharat kshetra Aryakhand (region)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लांगलखातिका – भरतक्षेंत्र के आर्यखण्ड की एक नदी। Lamgalakhatika-Name of a river of bharat kshetra Aryakhand (region)
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हनुमंत चारित्र – Hanumammta Caarita. Name of a book written by Pandit Raimalla. पं रायमल्ल (ई. 1575-1593) कृत भाषा ग्रंथ।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पर प्रत्यय उत्पाद:See- Para Nimittaka Utpada.देखे निमित्तक उत्पाद ।
तीर्थराज Greatest place of pilgrimages-Ayodhya & Sammedshikhar. जहां तीर्थंकर जन्में अथवा मुक्त हुए ऐसे अयोध्या और सम्मेदशिखर तीर्थक्षेत्र को तीर्थराज कहते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वेदयबंधी प्रकृति – Svodayabamdhii Prakrti. Karmic natures causing binding with self rising. स्वयं के उदय के साथ बंधने वाली प्रकृतियाॅ। ज्ञानावरणी की 5, अंतराय की 5, दर्शनावरणी की चक्षुदर्शनावरणादि 4, तैजस शरीर, कार्मण शरीर, निर्माण, स्थिरयुगल, शुभयुगल तथा वर्णचतुष्क, अगुरुलधु और मिथ्यात्व इन 27 प्रकृतियो का स्वोदय से बंध होता है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वाभाविक विमान – Svaabhaavika Vimaana. Natural aboding places of heavenly deities. विमान के दो भेदो मे एक भेद-एक विक्रिया से उत्पन्न हुए और दूसरे स्वभाव से । विक्रिया से उत्पन्न हुए विमान विनश्वर होते है व स्वभाव से उत्पन्न हुए विमान रम्य, नित्य व अविनश्वर होते है।
दशवर्षसहस्त्र A time period of 10 thousand years. दस हजार वर्षों का काल समय।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वस्थान-स्वस्थान-अवस्थान – Svasthaana-Svasthaana-Avasthaana. Activity done by one in own birth place. अपने उत्पन्न होने के ग्राम, नगर अथवा अरण्य मे सोना, बैठ़ना, चलना आदि व्यापार से युक्त रहने का नाम स्वस्थान-स्वस्थान-अवस्थान है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सांद्र – Saandra. Regular solid, Smooth, Beautiful. नियमित सान्द्र, धन, ठोस, चिकना, मृदु, सुन्दर।