वाक्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाक्य – Vaakya.: Sentence (group of meaningful words). पदों का समूह “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाक्य – Vaakya.: Sentence (group of meaningful words). पदों का समूह “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचरत्नवृष्टि – Pancharatnavrishti. Showering of jewels by details where thirthankar takes meals. तीर्थंकरोंको आहार देने वालों के घर देवों के द्वारा की जाने वाली 5 प्रकार के रत्नों की वृष्टि “
तीर्थस्नान To take bath in a holy river or place, Ceremonial bath. वैदिक परम्परानुसार गंगा आदि तीर्थे में स्नान करना, मिथ्यात्वादि दोषों से मलिन प्राणी ऐसे तीर्थस्नान से विशुद्ध नहीं हो पाता । जैनशासन के अनुसार अरिहंत परमेष्ठी द्वारा प्रतिपादित ज्ञानयपी गंगा में अवगाहन करना ही वासतविक तीर्थस्थान है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == शास्त्र : == आलोचनागोचरे हार्थे शास्त्रं तृतीयलोचनं पुरुषाणाम्। —नीतिवाक्यामृत : ५-३५ आलोचना योग्य पदार्थों को जानने के लिए शास्त्र मनुष्य का तीसरा नेत्र है। अत: शास्त्र का स्वाध्याय करते रहना चाहिए।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचपरिवर्तन – Panchparivartana. Five kinds of natural changes related to matter region, time, realm of life and emotions. द्रव्य, क्षेत्र, काल एवं भाव में परिवर्तन “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वस्तुसमास – Vastusamaasa.: Name of the 18th part of scriptural knowledge (Shrutgyan). श्रुतज्ञान के 20 भेदों में 18 वां भेद “
उभयबंध Bilateral bondage (of body with soul and karmas). जीव और कर्म का परस्पर में एक दूसरे की अपेक्षा से होने वाला बंध।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वसु – Vasu.: A type of heavenly deities (Laukantik),Name of a king who went to hell because of telling lie.Eight in number. लौकंतिक देवों का एक भेद , एक राजा का नाम जो झूठ बोलने के कारण नरक में गया ,आठ की संख्या”
तीर्थक्षेत्र Place of pilgrimages, related to 5 auspicious events of the life of Jaina Lord etc. गर्भादि पंचकल्याणक क्षेत्र व अन्य केवली के सिद्ध स्थान व अतिशय क्षेत्र। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वल्कल – Valkala.: Bark, skin of trees, A kind of believers in ignorantism. वृक्षों की छाल ,अज्ञानवादी के 67 भेदों में एक भेद “