सहभाव!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहभाव – Sahabhaava. Association, Co-existence. अविनाभाव के दो भेदों में एक भेद । साथ रहने वाले में तथा व्याप्य और व्यापक पदार्थो में सहभाव नियम नाम का अविनाभाव होता है। जैसे – द्रव्य व गुण में ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहभाव – Sahabhaava. Association, Co-existence. अविनाभाव के दो भेदों में एक भेद । साथ रहने वाले में तथा व्याप्य और व्यापक पदार्थो में सहभाव नियम नाम का अविनाभाव होता है। जैसे – द्रव्य व गुण में ।
जगत्प्रतर Area of universe, unit of 49 Rajus. (जगतश्रेणी)२=४९ राजू , जगतश्रेणी के वर्ग को जगत्प्रर कहते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्मितगिरि – Smitagirrii. Name of a mountain of Bharat Kshetra (region).भरत क्षेत्रस्थ एक पर्वत।
दुश्चित्त Of evil intention or motive, wicked. कुत्सित अभिप्राय अथवा बुरे विचारों वाला। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मोषवचन–Moshavachan. Speech causing stealing. असत्य वचन; चोरी में प्रवृत्ति कराने वाले वचन”
तत्वोपदेशकृत One who reveals the real nature of things. तत्वों का उपदेश करना। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
जघन्य युक्तानंत A mathematical term (reg. numbers). जघन्य परितानंत की दो बार वर्गित संवार्गित राशि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तत्वज्ञानतरंगिनी Name of a book written by Acharya Gyanbhushsan. आचासर्य ज्ञानभूषण (ई.1447-1495) द्वारा रचित शुद्ध चैतन्य प्रतिपादक ग्रंथ। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
जम्बूवृक्ष Blackberry tree, The first island of middle universe is called Jambudvip on the name of this natural (Akratrim) tree, Initiation tree of Lord Vimalnath. जामुन का वृक्ष ; अकृत्रिम जम्बूद्वीप रचना के अनुसार सुमेरू पर्वत की उत्तर दिशा में उत्तरकुरु भोगभूमि में स्थित पृत्वीकायिक एक अकृत्रिम वृक्ष. इसके नाम पर ‘जम्बूद्वीप’ का नाम सार्थक…
ततप्रदोष Jealousy, Spite (a fault). ज्ञानावरण, दर्शनावरण कर्म के आस्रव का एक कारण तत्वज्ञान के उपदेश कर्ता के प्रति सुख से कुछ न कहते हुए हृदय में ईर्ष्या रखना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]