समाधि मरण (भाषा)
समाधि मरण (भाषा) गौतम स्वामी बन्दों नामी मरण समाधि भला है। मैं कब पाऊँ निश दिन ध्याऊँ गाऊँ वचन कला है।। देव धर्म गुरु प्रीति महा दृढ़ सप्त व्यसन नहिं जाने। त्याग बाइस अभक्ष संयमी बारह व्रत नित ठाने।।१।। चक्की उखरी चूलि बुहारी पानी त्रस न विराधै। बनिज करै पर द्रव्य हरै नहिं छहों कर्म...