सर्वविभक्ति!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वविभक्ति – Sarvavibhakti. Division of all Karmic aggregates. उत्कृष्ट स्थितिबंध होने पर जो प्रथम निषेक से लेकर अंतिम निषेक तक निषेक रचना होती है वह सर्व स्थिति विभक्ति है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वविभक्ति – Sarvavibhakti. Division of all Karmic aggregates. उत्कृष्ट स्थितिबंध होने पर जो प्रथम निषेक से लेकर अंतिम निषेक तक निषेक रचना होती है वह सर्व स्थिति विभक्ति है।
दुःस्वर नाम कर्म प्रकृति A Karmic nature causing bad voice. एक कर्म प्रकृति जिसके उदय से स्वर अच्छा न मिले । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
छींक Sneeze (controlling sneezing is a physical mortification). अयन आदि कायक्लेश का एक भदे ; छींक , जंभाई आदि को रोकना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वधारा – Sarvadhaaraa. A mathematical sequence or series of numbers. 14 धाराओं में एक धारा । 1 से लगा कर केवल ज्ञान पर्यत के सर्वस्थान । जैसे 1,2,3,4 5 इत्यादि ।
दीपसेन Name of an Acharya, disciple of Acharya Nandisen. आचार्य नंदिसेन के शिष्य तथा धरसेन के गुरू (श्रुतावतार से भिन्न कथानुसार)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वज्ञत्व शक्ति – Sarvagyatva Sakti. Power of omniscience. समस्त विश्व के विषेष भावों की जानने रुप से परिणमित ऐसी आत्मज्ञानमयी सर्वज्ञत्व शक्ति है।
दिग्व्रत A great vow of renouncement (restrictions in place wandering, business etc.). प्रथम गुणव्रत दिशाओं विदिशाओं में जाने का एंव व्यापारादि करने की मर्यादा का नियम कर लेना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सरित – Sarit. A region of western videh (region) & a summit of Sukhavah Vakshar (mountain). अपर विदेह का एक क्षेत्र तथा सुखावह वक्षार का एक कूट।
दशार्ण Eastern part of Malwa, A country of Bharat Kshetra in Arya Khand (region). मालवा का पूर्व भाग, भरतक्षेत्र आर्यखण्ड का देश ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]