रामपुत्र!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रामपुत्र – भगवान महावीर के तीर्थ में हंुए 10 अन्तकृत कंेवलियों में चैथंे केचली। Ramaputra-Name of an omniscient of the assembly of lord Mahavira
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रामपुत्र – भगवान महावीर के तीर्थ में हंुए 10 अन्तकृत कंेवलियों में चैथंे केचली। Ramaputra-Name of an omniscient of the assembly of lord Mahavira
चारित्रमोह उपक्षमक One who subsides the delusion related to conduct. चारित्र मोह का उपशाम करने वाला साधक ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मध्यम स्वर- Madhyama swara. The middle vocal tone. स्वर जो ह्र्दय देश में स्थित होता है ” गायन सम्बन्धी त्रिविध लयों में दूसरी लय “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समन्वय – Samanvaya. Mutual relations. पारस्परिक सम्बन्ध। भिन्न-भिन्न विषयों के अनेको विकल्पों का परस्पर समन्वयं।
चतुरावश्यक Four super necessities of the 7th stage of spiritual development. अनंतगुणी विशुद्धि , अप्रशास्ता प्रकृतियों की अनंतगुणी हानि, प्रशस्त प्रकृतियों में अनंतगुणी वृद्धि , स्थिति बंधापसरन ये ४ आवश्यक कार्य अधःप्रवृत्तकरण संयत अर्थात् सप्तम गुणस्थानवर्ती मुनि के होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चमरेन्द्र Name of an Indra. भवनवासी के असुरकुमार जाति के देवों का प्रथम इंद्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मध्य – Madhya. Name of a protecting deity of south & north Varunivar ocean, A country of Bharat Kshetra Aryakhand (region). दक्षिण व उत्तर वारूणीवर समुद्र का रक्षक देव , भरत क्षेत्र आर्यखंड का एक देश “
त्रिलोकगुरू One who is great in all three worlds. अनंत ज्ञानादि महान गुणों के द्वारा जो तीन लोकों में भी महान् है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]