ऋजुगति!
ऋजुगति Straight motion. वर्तमान शरीर को डोड़कर आगामी भव में जाते हुए जीव की जो सरल मोड़ा रहित एक सरल वाली गति।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ऋजुगति Straight motion. वर्तमान शरीर को डोड़कर आगामी भव में जाते हुए जीव की जो सरल मोड़ा रहित एक सरल वाली गति।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धीमान् Wise, Intelligent, A king of Yadu dynasty. बुद्धिमान (विद्वान्), यदु (यादव) वशं का एक राजा। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधुधर्म – Saadhudharma. Basic restraints, conduct & discipline of Jain saints. अनगार धर्म । संसार शरीर भोगों से विरक्ति, ज्ञानाचार आदि 5 आचार, 10 धर्म, संयम, मूलगुण और तपरूप उत्तरगुण, मिथ्यात्व मोह आदि का नाष, कषायों का शमन , इन्द्रिय दमन, निर्मल रत्नत्रय तथा अंत में समाधि मरण यह सब मोक्षपद में कारण मुनियों…
धान्य Corn, grain such as rice, wheat etc. (cereals). बाह्य परिग्रह का एक भेद, जौ, गेहूं, चना आदि। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मास्तिकाय One of the 5 entities (matters), spatially extended. 5 अस्तिकाय द्रव्यों में एक द्रव्य; जो बहुप्रदेशी और अजीव है। यह जीव पुद्गल की गति में सहकारी होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधिक जघन्य – Saadhika Jaghanya. Some more than lowerst. जघन्य से कुछ अधिक ।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमार्थ तत्व:Another name of ‘Shuddopayog (supreme ele-ment).शुद्वोपयोग का अपरनाम ।
धर्मसागर A disciple of Acharya Veersagar. आचार्य श्री वीरसागर महाराज के शिष्य, चारित्रचक्रवर्ती श्री शांतिसागर जी महाराज की पट्ट परम्परा के तृतीय पट्टाधीश आचार्य (ई. सन् 1969-1987 तक)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सादिबंधी प्रकृति – Saadibamdhee Prakrteei. A type of karmic nature with having property of rebinding. सम्यग्दर्शन को प्राप्त करने के उपरांत जो जीव गिरकर पुनः मिथ्यादृष्टि हो जाता है उसे सादि-मिथ्यादृष्टि कहते है।
धर्ममित्र A king who gave first food (reg. Parana) to Lord Kunthunath at Hastinapur. एक राजा ; कुंथुनाथ तीर्थंकर को हस्तिनापुर में प्रथम पारणा करने वाले। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]