पुरुषाद्वैत!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुषाद्वैत – Purusadvaita. Monotheist. एक ही महात्मा है वह सर्व व्यापक है वह सब ब्रम्ह का स्वरूप है ऐसा मानने वाले “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुषाद्वैत – Purusadvaita. Monotheist. एक ही महात्मा है वह सर्व व्यापक है वह सब ब्रम्ह का स्वरूप है ऐसा मानने वाले “
दुःख Sorrow, Grief, Trouble, Pain. असातावेदनीय के उदय से होने वाला खेद व आकुलतारूप परिणाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पतिघात – Pratighaata. Counterblow, Reaction, Obstrution. एक मूर्तिक पदार्थ का दूसरे मूर्तिक पदार्थ के द्वारा व्याघात होना ” प्रतिकार, प्रतिषेध, बाधित होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतर – Pratara. Area or (particular unit)2. एक-एक आकाश प्रदेशात्मक पंक्ति के वर्ग को प्रतर कहते है “
दिक्वास A mountain situated in Lavan ocean. लवण समुद्र में स्थित एक पर्वत ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पदंत (कवि) – Puspadamta (Kavi). A poet who wrote Yashodhar Charitra & Nagkumar Charitra etc. books. एक कवि जिन्होंने यशोधर चरित्र व् नागकुमार चरित्र आदि ग्रंथों की रचना की “
दश धर्म Ten right virtues of Jain religion (forgiveness etc.). उत्तम क्षमा आदि दश लक्षण धर्म ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्करद्वीप – Puskaradvipa. Name of the 3rd island of middle universe. मध्यलोक का तृतीय द्वीप- जो की कालोदधि समुद्र को घेरकर १६,००००० योजन के विस्तार से युक्त है. अपरनाम- पुष्करद्वीप. इसके मध्य में चूड़ी के आकार का मानुषोत्तर पर्वत होने से यह दो भागो में विभक्त है, जिन्हें पुष्करार्ध्द कहते हैं “
दश करण Ten operational Karmic activities. कर्म की 10 अवस्थाएं, बन्ध , उत्कर्षण , संक्रमण, अपकर्षण, उदीरणा, सत्व, उदय, उपशम, निधत्ति और निःकाचना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]