आर्यक!
आर्यक A king of Magadh country. मगध देश का एक राजा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मैथिलीकल्याणम–Maithilikalyanam. Name of a book related to Ram & Sita. सीता–राम प्रेम नाटक विषयक एक ग्रंथ”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुद्राकर्म–MudraKarm. An illustration to explain some religious thought, pre–marking of something. अनुयोग के निरुक्ति अर्थ के 5 द्रष्टांतो में एक द्रष्टांत; लकड़ी से कोई वस्तु तैयारकरने के पहले लकड़ी के ऊपर जो रंग भरी डोरी से चिंह कर दिया जाता है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सामान्यतो द्रष्ट – Saamaanyato Drashta. General anticipation or apprehension for something. स्वार्थानुमान के तीन भेदों में एक भेद । जो सामान्य रूप से लिंग को देखकर लिंगी का अनुमान किया जाता है वह सामान्यतो दृष्ट है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विरक्त – Virakta. One with aversion from the worldly life (attach-ments), indifferent, A recluse. उदासीन, सांसारिक राग या लालसा से मुक्त, जो इन्द्रिय विषयों से विरक्त होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सामान्य गृह – Saamaanya Grha. Home, An aboding palace of deities. भवनवासी देवों के भवन का एक गृह (देवों के भवन सामान्यगृह, गर्भगृह, आसनगृह, लतागृह इत्यादि गृह विषेषों से सहित होते है) ।
ऋद्धीश 13th Patal (layer) of Saudharma heaven. सौधर्म स्वर्ग का 13 वाँ पटल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ऋत Fixed order, Truth, Pain, Trouble. ऋत का अर्थ सत्य एंव दुःख दोनों में लिया जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमेश्वर:Name of 16th Tirthankar (Jaina-Lord) of past era, Supreme sould-Lord Arihant & Siddha.भूतकालीन 16 वें तीर्थकर, परमात्का, अहंत व सिद्व भगवान ।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमुख उदय:Annihilation of Karmic nature (in transformed form)।जो कर्म प्रकृति अन्य प्रकृति रूप होकर उदय में आती है। जैसे -नरकगति, देवगति, वैक्रियिक शरीर आदि कर्म प्रकृतियाॅं ।