परमावगाढरूचि दर्शनार्थ!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमावगाढरूचि दर्शनार्थ :A type of Aryas-noble persons.अनृद्वि प्राप्त आर्य का एक भेद । परमावधि या केवलज्ञान दर्षन से प्रकाशित जीवादि पदार्थ विषयक प्रकाश से जिनकी आत्मा विषुद्व है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमावगाढरूचि दर्शनार्थ :A type of Aryas-noble persons.अनृद्वि प्राप्त आर्य का एक भेद । परमावधि या केवलज्ञान दर्षन से प्रकाशित जीवादि पदार्थ विषयक प्रकाश से जिनकी आत्मा विषुद्व है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधन – Saadhana. Means, resource. कार्य आदि के सम्पादन मं नित्तिभूत क्रिया, हेतु, उपाय आदि साधन कहलाते है। मरण समय आहार व मन वचन काय के व्यापार का त्याग करके आत्म शुद्धि करना साधन है।
ऋषि Name of the first Tirthankara (Jaina-Lord) Rishabhadev. ब्रह्मर्षि देवर्षि परमर्षि।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साता – Saataa. Pleasure, bliss, merriment. सुख अर्थात् साता रुप आत्मा का परिणाम।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्कर्म – Satkarma. Good deeds, a composition composed by Acharya Virsen on Shatkhandagam treatise. अच्छे कर्म, आचार्य वीरसेन (ई. 770-827) द्वारा रचित प्राकृत षट्खण्डागम का अतिरिक्त अधिकार “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सागार – Saagaara. Householders, lay followers. गृहस्थ। गृह मे रहने वाले गृहस्थधर्म पालक। अर्थात् सकल परिग्रह सहित धर मे रहने वाले सागार कहलाते हेै।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूद्ररूद्र – पुश्पदंत भगवान के तीर्थकाल मे हुए रूद्र का नाम। Rudrarudra-Name of a rudra in the era of lord Pushpadant
ऊर्ममालिनी Name of a river. पश्चिम विदेह के सीतोदा नदी के तट में तीसरी विभंगरा नदी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लवणांकुष – रामचन्द्र जी के पुत्र जो पावागढ से मोक्ष गये। Lavanamkusa-The son of lord Ramchandara, who got salvation from the ‘Pavagarh’ a jaina pilgrimage
उमा Mother’s name of the 18th Jaina-Lord ‘Mahabhadra’ of Videh Kshetra (a region). विदेह क्षेत्र में स्थित 18 वें तीर्थंकर महाभद्र की माता।[[श्रेणी:शब्दकोष]]