दृष्ट!
दृष्ट An infraction of meditative relaxation, Perceived, seen. कायोत्सर्ग एवं वंदना का एक अतिचार दिशाओं की तरफ देखना अथवा दूसरे देखें तब अधिक उत्साह से स्तुति करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दृष्ट An infraction of meditative relaxation, Perceived, seen. कायोत्सर्ग एवं वंदना का एक अतिचार दिशाओं की तरफ देखना अथवा दूसरे देखें तब अधिक उत्साह से स्तुति करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दुरवर्ती Something situated at a long distance like Sumeru mountain etc. अपने से दूर स्थित पदार्थ जैसे- सुमेरू पर्वत आदि। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पात्र केसरी:Name of an acharya who wrote patrakesari stotra etc, a reverential titile of acharya vidyanandi (775-840 A.D.) एक आचार्य (ई0 6-7) जिन्होने पात्रकेसरी स्तोत्र जिनेन्द्रगुण स्तुति आदि ग्रंथो की रचना की। वार्तिककार आचार्य विद्यानंदि (ई0 775-840) की उपाधि।
दुःशासन The son of Dhritrashtra. धृतराष्ट्र का पुत्र, जिसने सती द्रौपदी का अपमान किया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दिशा Direction (east, west etc.), Name of a planet. पूर्व, पश्चिम आदि दिशा, जयोतिष के 88 ग्रहों में 50 वां ग्रह।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पांडुकशिला:A very auspicious large stone shila in the panduk forest of sumeru mountain pertaining to the lustral bath of Jaina Lord of bharat kshetra (region).सुमेरुपर्वत के पांडुक वन मे स्थित 4 शिलाओ मे एक सुवर्णमयी शिला, इस पर जम्बूद्वीप के भरतक्षेत्र के तीर्थकरो का जन्मभिषेक किया जाता है।
दारिका Prostitute. वेश्या – जो धन के लिए पुरूष का सेवन करती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दश स्थान Ten specific places in body to concentrate the mind. शरीर में नेत्र युगल, दोनो कान, नासिका का अग्रभाग, ललाट, मुख, नाभि, मसतक, हृदय, तालु, भौहों का मध्य भाग ये दस स्थान हैं। इन स्थानों में से किसी एक पर चित्त एकाग्र करने से ध्यान की अवस्था प्राप्त होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनशुद्धि (शास्त्र) A book written by Acharya ‘Chandraprabh Suri’. आचार्य चन्दप्रभ सूरि (ई.1102) द्वारा रचित एक न्याय ग्रन्थ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]