गुणचंद्र!
गुणचंद्र Name of an Acharya saint. ई. सन् १५५६-९६ में आचार्य यशकीर्ति के शिष्य जिन्होंने मौनव्रत कथा नामक ग्रन्थ की रचना की ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गुणचंद्र Name of an Acharya saint. ई. सन् १५५६-९६ में आचार्य यशकीर्ति के शिष्य जिन्होंने मौनव्रत कथा नामक ग्रन्थ की रचना की ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भ्रूक्षेपण:An infraction of meditative relaxation (frowning). कायोत्सर्ग का एक अतिचार; भौंह टेढी करना या नचाना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सदर चउक – Sadara Chauka. Quartet of particular 4 types of Karmic nature (Tiryanch Gati, Tiryanchgatyanupurvi, Tiryanch Ayu, Udyot). तिर्यंचगति, तिर्यंचगत्यानुपूर्वी, तिर्यंचायु और उद्योत इन 4 कर्म प्रकृतियों को सदर चउक कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सगर – Sagara. Name of the 2nd Chakravarti (emperor), who was the main listener in the assembly of Lord Ajitnath. द्वितय चक्रवर्ती; तीर्थंकर अजितनाथ का मुख्य श्रोता “
गया Name of a place in Bihar state ( a place of pilgrimage). बिहार प्रांत में एक स्थान का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगभूमि:Land of worldly enjoyments. जहाँ कृषि आदि षट्कार्यो के बिना 10 प्रकार के कल्प वृक्षों से प्राप्त भोग-उपभोग की सामग्री के द्वारा मनुष्य तिर्यंच अपना जीवन सुखपूर्वक बिताते हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भित्तिकर्म – Bhittikarma. Sculpted work, engravement on wall etc. घर की दीवारों में उनसे अभिन्न रची गई प्रतिमाओं का नाम भित्तिकर्म है “
गिरिकूटक Name of a high palace of Bharat Chakravarti. भरत चक्रवर्ती का एक बहुत ऊंचा राजमहल ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]