त्रिकलिंग!
त्रिकलिंग A country of middle Arya Khand (region). मध्य आर्यखण्ड का एक देश। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
त्रिकलिंग A country of middle Arya Khand (region). मध्य आर्यखण्ड का एक देश। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीरागंज मुनि –Virangaja Muni Name of the last Jaina saint of PanchamKal (the 5th time – cycle of universe). पंचम काल के अंत में होने वाले अंतिम दिगम्वर जैन साधू ” जो पंचम काल के अंत में राजा द्वारा आहार का प्रथम ग्रास शुल्क के रूप में मांगे जाने पर अंतराय मानकर…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहसा निक्षेप – Sahasaa Nikshepa. Sudden installation of something due to some fear etc. निक्षेपाधिकरण के 4 भेदों में एक भेद । यकायक किसी भय से या किसी अन्य कार्य करने की शीघ्रता से वस्तु को रख देना । यह अजीवाधिकरण आस्रव का एक कारण है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नाटक – Nataka Drama, acting , gesture. अभिनय करना, हाव भाव व्यक्त करना, तीर्थंकर बालक का जन्माभिषेक कर देव हर्षित होकर नाना प्रकार के नाटक करते है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भिन्न मुहूर्त – Bhinna Muhurta. A particular time unit. काल का प्रमाण विशेष ” अंतर्मुहूर्त; ४८ मिनट का एक मुहूर्त होता है, उनमें १ समय कम को उत्क्रष्ट अन्तर्मुहूर्त व एक समय अधिक १ आवली को जघन्य अन्तर्मुहूर्त कहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रयोग्य लब्धि- सम्यग्दर्षन की प्राप्ति में आधारभूत 5 उब्धियों में से चतुर्थ लब्धि, सर्व कर्मो की उत्कृश्ट स्थिति और उत्कृश्ट उनुभाग को घात करके अंतःकोड़ाकोडी स्थिति और द्विस्थानीय अनुभाग में स्थित कर देना। PrayogyaLabdhi- A type of attainment (Labdhi) before getting Samyakdarshan, experimental competency attainment
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विधु – Vidhu. A theoretical name of ‘1’ ‘एक’ का सैध्दांतिक नाम (विधु=१) “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवान्तर – Bhavantara. Change of life (destinity), Transmigration. जीव का अन्य भव या जन्म में जाना “
ऊर्ध्वगुरूत्व Upward attractive force. किसी चीज को ऊपर की तरफ ले जाने की सामर्थ्य उर्ध्वगुरूत्व है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रातिक देव- एक प्रकार का व्यंतरजातीय देव। Pratika Deva- A type of peripatetic deities