दुर्नय!
दुर्नय False standpoint or viewpoint. एक- दूसरे की अपेक्षा न करके एकांत से किसी विषय का प्रतिपादन करने वाला नय जैसे- जीव नित्य ही है। इसे मिथ्यानय भी कहते है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दुर्नय False standpoint or viewpoint. एक- दूसरे की अपेक्षा न करके एकांत से किसी विषय का प्रतिपादन करने वाला नय जैसे- जीव नित्य ही है। इसे मिथ्यानय भी कहते है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुभुक्षा काल – Bubhuksa Kala. Period of hunger. भिक्षा योग्य एक काल; भूख की तीव्रता , मन्दता एंव स्वास्थ्य आदि का विचार करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थिति खंड – Sthiti Khamda. Destruction of Karmic binding with soul.ऊपर के कर्म निषेको को नीचे के निषेकरुप परिणमा कर स्थिति को धटाना।
दुःख निरोध Cessation of sorrow. दुःख का अभाव अथवा दुःख को रोक देना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संज्ञी – Sangyee. Beings with consciousness. पंचेन्द्रिय सैनी अर्थात् मन सहित पंचेन्द्रिय जीव; जो शिक्षा उपदेश आदि ग्रहण करते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थिति – Sthiti. Situation, circumstances karmic state (reg. duration of karmas).ठहरना, कर्मों के अवस्थान काल का नाम स्थिति है।
चयधन Sum of common differences. सर्व स्थानों में जो-जो चय बढ़े उन सब चयों का जोड़ जो प्रमाण हो ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थान लाभ क्रिया – Sthana laabha Kriyaa. An auspicious procedural activity of initiation of one as a shravak.दीक्षान्वय की 48 क्रियाओ मे तीसरी क्रिया है। इसमे किसी पवित्र स्थान मे अष्टदल कमल अथवा समवषरण की रचना करके उपवासी को प्रतिमा के सम्मुख बैठाकर आचार्य उसके मस्तक का स्पर्श करता है और पंच नमस्कार मंत्र…
दिग्वसतिका Name of a dominion (Sabhabhumi) of Bharat Chakravarti. भरत चक्रवर्ती की 5 वीं विभूति ‘सभाभूमि ’ का नाम। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]