भोगोपभोग परिमाण व्रत!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगोपभोग परिमाण व्रत:Vow of restricting worldly sensual enjoyments. शिक्षा व्रत का एक भेद; इसमें भोग उपभोग सम्बन्धी पदार्थो का परिमाण किया जाता है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगोपभोग परिमाण व्रत:Vow of restricting worldly sensual enjoyments. शिक्षा व्रत का एक भेद; इसमें भोग उपभोग सम्बन्धी पदार्थो का परिमाण किया जाता है “
द्रव्य इंद्रिय Physical senses (for touch, taste, smell etc.) स्पर्शन, रसन, घ्राण, चक्षु और श्रोत ये 5 द्रव्य इंद्रियाँ होती हैं ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ग्राम Village, Rural place. बाड़ , आवृत , उद्यान और जलाशयों से युक्त कृषकों आदि की निवास भूमि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्योत्यद्योतक भाव A relation between one enlightening and enlightened one. संबंध का एक भेद- प्रकाशित होने वाला पदार्थ द्योत कहलाता है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गर्भज Those born by uterus, Uterine born. जो तिर्यंच, मनुष्य माता के राज व पिता के वीर्य के सम्बन्ध से पैदा हों. जरायुज , अण्डज, पोत ये तीन गर्भजन्म के भेद हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दैवी मीमांसा A philosophy related to fate. नियति का विशेषरूप से विचार।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गलितावशेष Decaying of remainders. गुणश्रेणी आयाम के द्वितीयादी समयों में गुणश्रेणी आयाम क्रम से एक एक निषेक की घटती होना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशद प्रतिभास – Visada Pratibhasa. Right conception of soul. ज्ञानावरण कर्म क्षय से अथवा क्षयोपशम से उत्पन्न होने वाली और शब्द तथा अनुमानदि (परोक्ष) प्रमाणों से नहीं हो सकने वाली जो अनुभव सिध्द निर्मलता है वही विशद प्रतिभास है “
दुर्ध्यान Sorrowful & aggressive conception (i.e. Artta & Raudra Dhyan).आर्त और रौद्र ध्यान, ये संसार के कारण हैं।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]