द्विरूप घनाघन धारा!
द्विरूप घनाघन धारा Dyadic cube non cube sequence. 14 धाराओं में एक 2 के घन का घन करके फिर वर्ग करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्विरूप घनाघन धारा Dyadic cube non cube sequence. 14 धाराओं में एक 2 के घन का घन करके फिर वर्ग करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमावगाढरूचि दर्शनार्थ :A type of Aryas-noble persons.अनृद्वि प्राप्त आर्य का एक भेद । परमावधि या केवलज्ञान दर्षन से प्रकाशित जीवादि पदार्थ विषयक प्रकाश से जिनकी आत्मा विषुद्व है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधन – Saadhana. Means, resource. कार्य आदि के सम्पादन मं नित्तिभूत क्रिया, हेतु, उपाय आदि साधन कहलाते है। मरण समय आहार व मन वचन काय के व्यापार का त्याग करके आत्म शुद्धि करना साधन है।
ऋषि Name of the first Tirthankara (Jaina-Lord) Rishabhadev. ब्रह्मर्षि देवर्षि परमर्षि।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साता – Saataa. Pleasure, bliss, merriment. सुख अर्थात् साता रुप आत्मा का परिणाम।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सागार – Saagaara. Householders, lay followers. गृहस्थ। गृह मे रहने वाले गृहस्थधर्म पालक। अर्थात् सकल परिग्रह सहित धर मे रहने वाले सागार कहलाते हेै।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विभूति – Vibhuti. Dominion, Prosperity, Grangeur, The 49 promi-nent luxuries of Chakravarti (emperor). वैभव, समृध्दि, प्रतिष्ठा, चक्रवर्ती की ४९ प्रकार की भोग सामग्री “
ऊर्ममालिनी Name of a river. पश्चिम विदेह के सीतोदा नदी के तट में तीसरी विभंगरा नदी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्वितीय शुक्लध्यान Second supreme meditation; an attainment of 12th stage of spiritual development (Gunsthan).एकत्ववितर्क शुक्लध्यान, यह 12 वें गुणस्थान में होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]