भावना लीनता!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावना लीनता – Bhavana Linata. Deep engrossment in meditation for supreme bliss. अपने अंतरंग में लीन रहना जिससे परम सुख की प्राप्ति होती है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावना लीनता – Bhavana Linata. Deep engrossment in meditation for supreme bliss. अपने अंतरंग में लीन रहना जिससे परम सुख की प्राप्ति होती है “
द्रव्यनिमित्त Physical cause (reg. Karmic binding & furition). द्रव्य, क्षेत्र, काल व भाव की अपेक्षा से कर्मों का बन्ध व उदय होना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गुणसेन A disciple of Acharya Veersen Swami. आचार्य वीरसेन स्वामी के शिष्य (ई. १०७३)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्रव्य उदय Physical fruition (reg. Karmas). द्रव्य, क्षेत्र , काल व भाव के निमित्त के वश में कर्मों के फल का प्राप्त होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
खंडदेव Medium attenuation, a part of krashti (gradual destruction of passions). पूर्व मीमांसा दर्शन के एक प्रवर्तक जिन्होंने ‘भाट्टपीदिका’ आदि ग्रंथों की रचना की ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूर्ति–Muurti. Lord idol, An Image. स्थापना निक्षेप से किसी का स्वरुप समझने के लिए उसकी तदाकार मूर्ति बनाना”
द्रमिल A part of the south India. दक्षिण भारत का एक भाग जो मद्रास सेरिंगपट्टम और कामोरिम तक फैला हुआ है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुद्धेशभवनव्याख्यान – Buddhesabhavanavyakhyana. Name of a treatise written by Acharya Vidynandi. आचार्य विधानदिं (ई. ७७५ -८४० ) कृत एक ग्रंथ “
दो गुणहानि A kind of decreasing series. गुणहानि आयाम को दो गुना करने पर जो प्रमाण प्राप्त होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिमा स्थान – Pratimaa Sthaana. Different kinds of austerities related to particular places. कायक्लेश तप; आतापनयोग, वृक्ष मूल में निवास, निवारण शयन आदि नाना प्रकार के कायक्लेश “