मेघचन्द्र त्रैविघ!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघचन्द्र त्रैविघ–Meghachandra Traivigh. Name of Acharyas of Nandi group. नन्दिसंघ देशीयगण के आचार्यो का नाम” ज्वालामालिनी सारसमुच्च्य के रचियता आचार्य (समय–ई. 935–939)”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघचन्द्र त्रैविघ–Meghachandra Traivigh. Name of Acharyas of Nandi group. नन्दिसंघ देशीयगण के आचार्यो का नाम” ज्वालामालिनी सारसमुच्च्य के रचियता आचार्य (समय–ई. 935–939)”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिमा – Pratimaa. Idol of lord, Eleven Stages of renunciation of a house holder (shravak). मूर्ति रूप प्रतिमा, श्रावक की 11 प्रतिमाएं “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भेदाभेद विपया॔स :A kind of reversal knowledge. कारण-कार्य व भेद-अभेद का उल्टा ज्ञान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिपाती मनःपर्यय – Pratipaatee Manahparyaya. Counter falling Manah Paryaya gyan (telepathic knowledge). ऋजुमुनि मनःपर्ययज्ञान; यह होकर छूट भी जाता है इसलिए प्रतिपाती कहा गया है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिघाती – Pratighaatee. Repulsing, Opposing & Adversary. व्याघात करने वाला “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतरसमुदघात – Pratarasamudghaata. A type of area extrication (Samudghat). समुदघात का एक भेद; केवली भगवान् के जीवप्रदेशों का वातवलय से रुके हुए क्षेत्र को छोड़कर सम्पूर्ण लोक में व्याप्त होने का नाम प्रतरसमुदघात है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पदंत पुराण – Puspadamta Purana. A book written by Acharya Gunvarma. आचार्य गुणवर्म (ई. १२३०) कृत एक ग्रंथ “
परिग्रह- लोभ कषाय के उदय से विषयों के संग को परिग्रह कहते हैं। ‘यह वस्तु मेरी है’ इस प्रकार संकल्प रखना परिग्रह है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्करद्वीप सिध्द – Puskaradvipa Siddha. Beings getting salvation from Pushkarardhadvip (island). पुष्करार्ध द्वीप से सिध्द होने वाले जीव (संख्यात) “