निशिभोजन कथा!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निशिभोजन कथा – Nishibhojana Kathaa. Name of a book written by poet Bharamal. कवि भारामल (ई.1756) द्वारा हिंदी भाषा में रचित कथा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निशिभोजन कथा – Nishibhojana Kathaa. Name of a book written by poet Bharamal. कवि भारामल (ई.1756) द्वारा हिंदी भाषा में रचित कथा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शर्मदा – Sharmadaa. Bliss providing one, Benevolent. सुख को देने वाले “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रिश्टसमुच्चय – आचार्य दुर्गदेव कृत मन्त्र तन्त्र विशयक एक संस्कृत गं्रथ का नाम। समय 11 षताब्दी Ristasamuccaya-name of a book related to mystical theme
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकोत्तर शुचित्व –Lokottara Shuchitva Absolute purity of the soul . कर्ममल –कलंक को छोड़कर आत्मा का आत्मा में ही अवस्थान लोकोत्तर शुचित्व है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नमाली – विद्याधर वंष का एक राजा Ratnamali- Name of a king of Vidyadhar Dynasty
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वृत्ति इंद्रिय – Nirvrtti Indriya. Formative sense (reg. organic structure of any matter.) द्रव्येन्द्रिय; इंद्रियों के आकाररूप शुद्ध आत्म प्रदेशों का होना आभ्यन्तर एवं पुदगलों का इंद्रियों के आकार रूप होना बाह्य निवृत्ति है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] यषोबाहु – आदिनाथ भगवान के 84 गणधरो में एक गणधर का नाम, आचार्य यषोभद्र के षिश्य, इनका अपरनाम आचार्य भद्रबाहु द्वितीय था। यं 8 अंगधारी थे तथा लोहाचार्य – 2 के गुरू थे। समय – वी नि 515 – 565 Yasobahu-Name of a chief disciple of lord Adinath, Also the name of the disciple…
उत्तिंग Very tender worms. अति सुकुमार ईलि कृमि को उत्तिंग कहते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बेल – Bela. Name of the initiation tree of Lord Shitalnath, The wood- apple tree and its fruit. शीतलनाथ भगवान के दीक्षा व्रक्ष का नाम ” एक प्रकार का गूदे वाला मीठा फल (बिल्वफल) “