धर्मफल!
धर्मफल Attainment of all virtuous things (reg. wealth, health, beauty etc.). राज्य, संपदाएं , भोग्य, योग कुल में जन्म, सुरूपता, आयु, आरोग्य आदि की उपलब्धि (धर्म पालन के पुण्य से प्राप्त)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मफल Attainment of all virtuous things (reg. wealth, health, beauty etc.). राज्य, संपदाएं , भोग्य, योग कुल में जन्म, सुरूपता, आयु, आरोग्य आदि की उपलब्धि (धर्म पालन के पुण्य से प्राप्त)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मकीर्ति Name of a Bauddha philosopher. एक बौद्ध गुरू ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धरणी The earth, Installation, A city in the north of Vijayardh (mountain), The name of the Ganini (chief Aryika) in the Samavasharan of Lord Shreyansnath. पृथिवी, स्थापना, प्रतिष्ठा,विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर, श्रेयांसनाथ भगवान के समवशरण में गणिनी(मुख्य आर्यिका) का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ध The nineteenth consonant of Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का उन्नीसवाँ व्यंजन , इसका उच्चारण – स्थान दन्तमूल है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सामानिक – Saamaanika. Those equal to Indras in age, power and enjoyment but lacking in grandeur. जो देव आयु, शक्ति, परिवार तथा भोगोपभोग में इन्द्र के समान होते है, किन्तु आज्ञा और ऐष्वर्य में इन्द्र से हीन होते है। ये पिता गुरू या उपाध्याय के समान माने जाते है।
ऋजुवाक्कृतार्थज्ञ One having telepathic knowledge (Manah Prayay Gyan) related to utterances. वचन के द्वारा किये जाने वालेू कार्य को ऋजुमति मनःपर्यय ज्ञान के द्वारा जानने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पूर्वापर संबंध – Purapara Sambandha. Mutual relationship. संबंध का एक भेद; परस्पर में संबंध या तालमेल होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधुसेन – Saadhusena. The 38th chief disciple of Lord Rishabhnath. तीर्थकर ऋषभनाथ के 38 वें गणधर ।
द्वेष Aversion, Antipathy, Hatred. अप्रीति या वैरभाव होना। क्रोध, मान, अरति, शोक, जुगुप्सा, भय ये सभी द्वेष के ही रूप हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]