पंकावती!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंकावती – Pankaavati. A Vibhanga river of the east Videh Kshetra (region). पूर्व विदेह की एक विभंगा नदी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंकावती – Pankaavati. A Vibhanga river of the east Videh Kshetra (region). पूर्व विदेह की एक विभंगा नदी “
धर्मसागर स्वामी (सिंहसंघ) A writer who wrote ‘Jeev Vichar’, Saptatatvi etc. books. जीव विचार, सप्ततत्वी, नयचक्र, नवपदार्थी, द्रव्यचक्र आदि के कर्ता।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूत्रकृतांग – Sutrakritaanga. A part of scriptural knowledge containing 36,000 stanzas reg. description of soul. द्वादशांग श्रुत का दूसरा भेद । इसमें हजार पद है, जिनमे स्वसमय और परसमय का वर्णन किया गया है।
धर्ममित्रार्य A king who got salvation with Bharat Chakravarti. भरत चक्रवर्ती के साथ दीक्षित तथा निर्वांण प्राप्त एक नपृ। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूची – Suchee. Width. Diameter or dadius pertaining to island or ocean. व्यास या बाण, किसी द्वीप या समुद्र की परिधि (गोलाई) के एक तट से दूसरे तट की चैडाई को सूची कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यून – Nyoona. Deficient, Lacking, Wanting. कम किया हुआ, घटाया या छोटा किया हुआ “
धर्मद्रव्य Medium of motion of Jiva & Pudgal, one of the six entities (matters). 6 द्रव्यों में एक द्रव्य; जो जीव व पुद्गल के गमन में सहायक, अचेतन एंव अरूपी है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म निगोद वर्गणा – Sukshma Nigoda Varganaa. A type of aggregate of Karmic molecules. 23 प्रकार की वर्गणाओं का एक भेद ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवविपाकी प्रक्रति – Bhavavipaki Prakrti. Maturity of Karmic nature causing different kinds of life courses (body forms). जिन कर्मो का फल मनुष्य आदि भव के रूप में होता है वे भव विपाकी प्रक्रति कहलाती हैं ” चारों आयु भव विपाकी हैं “