पाणितः पिंडपतन!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाणितः पिंडपतन:An obstacle pertaining to saint food.आहार अंतराय का एक प्रकार।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाणितः पिंडपतन:An obstacle pertaining to saint food.आहार अंतराय का एक प्रकार।
गजपन्था (तीर्थ) Name of a Digambar Jaina place of pilgrimage near Nasik city of Maharashtra. Seven Balbhadras and 8 crore Munis got salvation from here. नासिक (महाराष्ट्र) के निकट एक सिद्धक्षेत्र (तीर्थ)-यहाँ से बालभद्र आदि ८ करोड मुनि मिक्ष गए हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गगनचन्द्र Name of spiritual initiator of ‘Bali’. सुग्रीव के भाई बाली के दीक्षा गुरु ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पांड्यवाटक:Name of a mountain in the middle part of malayagiri.मलयगिरि के मध्यभाग मे एक पर्वत।
गन्धर्वविवाह A kind of marriage conducted by mutual pledge. इसमें स्त्री पुरूष स्वयं एक दुसरे को वर लेते हैं, कोई वैवाहिक विधि नहीं होती ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपशमकरण The process of upasham (subsidence) . जो कर्म उदयावली प्राप्त करने को असमर्थ हों, उदय में न आवें, दबे रहें।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्त्री त्याग:Abstention from adultery.स्वदार संतोष व्रत, परस्त्री सेवन का त्याग करना ।
दर्शन मोह क्षपक Destroyer of right faith deluding Karmas. दर्शन मोहनीय कर्म को नष्ट करने वाला क्षायिक स्म्यग्दृष्टि। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीर सल्लेखना – Shareera Sallekhanaa. Holly destruction of the body by reducing food taking etc. (an austerity). बाह्य सल्लेखना या कायक्लेश रूप अनुष्ठान करना अर्थात् भोजन आदि त्याग करके शरीर को कृश करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पर समय:False belief of involvement in materialism (i.e. other than soul).जीव का परद्रव्यरत रहना, आत्मा को छोडकर पर द्रव्य को निज रूप मानना । जैन धर्म से बहिर्भूत सभी शास्त्र आदि परसमय कहलाते है।