जयकीर्ति!
जयकीर्ति Name of the 10th predestined Teerthankar (Jaina Lord), An Acharya of Kashthasangh (a group of Jaina saints). भावीकालीन १०वें तीर्थंकर , काष्ठासंघ के आचार्य ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
जयकीर्ति Name of the 10th predestined Teerthankar (Jaina Lord), An Acharya of Kashthasangh (a group of Jaina saints). भावीकालीन १०वें तीर्थंकर , काष्ठासंघ के आचार्य ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नाभिगिरी – Nabhigiri Circular mountain at the center of Haimvata etc. areas भरत एरावत व विदेह छेत्र को छोड़कर शेष हेमवत आदि चार छेत्रों के मध्य भाग में गोल पर्वत ”
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == ज्ञाता : == ण हु सासणभत्ती—मेत्तएण सिद्धंतजाणओ होइ। ण वि जाणओ वि णियमा, पण्णवणाणिच्छिओ णामं।। —सन्मति तर्क् प्रकरण : ३-२६ मात्र आगम की भक्ति के बल पर ही कोई सिद्धान्त का ज्ञाता नहीं हो सकता और हर कोई सिद्धान्त का ज्ञाता भी निश्चित रूप से प्ररूपणा करने के…
जयकुमार The son of king Somprabh, who was the army-chief of Bharat Chakravarti, Name of a chief disciple of Lord Adinath. कुरुवंशी राजा सोमप्रभ का पुत्र , भरत चक्रवर्ती का सेनापति , आदिनाथ भगवान का ७१वाँ गणधर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्वकाल निर्जरा – Srakaala Nirjaraa. Destruction of Karmas on their maturation.निर्जरा के दो भेदो मे एक भेद, सविपाक निर्जरा जो स्वकाल पक्च होकर चारो गति वाले जीवो की होती है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नग्न्य – Nagnya Image of a natural appearance (reg saint), na-kedness, it is an affliction of jaina saints. 22 परिषह में एक परिषह ; साधु द्वारा नग्न दिगम्बर रूप को धारण कर लज्जा एवं काम्विकर को जितना ”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूतपूर्व प्रज्ञापन नय – Bhutapurva Pragyanapana Naya. See- Bhutapurva Naya. देंखें – भूतपूर्व नय “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्याद् नास्ति – Syaad Naasti. The 2nd Bhang of Saptbhangi-exposition of nature of the substance in the aspect of negation.सप्तभंगी का दूसरा भंग-द्रव्य परचतुष्टय (द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव) की अपेक्षा से कथंचित् नास्ति रुप है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विरोधी हिंसा – Virodhi Himsa. Violence for self defence. हिंसा के ४ भेदों में एक भेद; शत्रु से अपना बचाव करने के लिए जो हिंसा होती है, वह विरोधी हिंसा हैं “जैसे-राम ने रावण से युध्द करने में विरोधी हिंसा की “