शरीरत्याग!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीरत्याग – Shareeratyaaga. Renouncement related to the attachment of body. व्युत्सर्ग तप या व्युत्सर्ग प्रायश्चित (कायोत्सर्ग), नियत व अनियत काल के लिए शरीर से ममत्व बुद्धि छोड़ना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीरत्याग – Shareeratyaaga. Renouncement related to the attachment of body. व्युत्सर्ग तप या व्युत्सर्ग प्रायश्चित (कायोत्सर्ग), नियत व अनियत काल के लिए शरीर से ममत्व बुद्धि छोड़ना “
उत्तरपुराण Name of a treatise written by Acharya Gunbhadra. आचार्य गुणभद्र (ई.898) कृत संस्कृत में अजितनाथ भगवान से महावीर भगवान तक चरित्र ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजर्षी – ऋशि का एक भेद – विक्रिया और अक्षीण षक्ति के धारक साधु। Rajasrsi- A type of saints possessing super powers
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सामान्य गुण – Saamaanya Guna. See- Saadhaarana Guna. देखे- साधारण गुण ।
ऋतुविहीन फलोत्पत्ति One of the super-natural happening of Tirthankars (Jaina-Lords), Unseasonal blossoming. तीर्थंकरों के 34 अतिशयों में देवकृत अतिशय-असमय में फूल-फूलों का वृद्धिंगत हो जाना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साध्य – Saadhya. Something attainable or to be achieved. इष्ट, अबाधित, असिद्ध को साध्य कहते है (देखें -परीक्षामुख) ।
ऋजुकूला Name of the river on the bank of which Lord Mahavira attained omniscience. जिस नदी के किनारे भगवान महावीर को केवलज्ञान प्राप्त हुआ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोटतीज व्रत – त्रिलोक तीजव्रत भादो सुदी तीज के दिन विषेश विधि से किया जाने वाला व्रत जिसमें रोट बनाकर भगवान के सम्मुख चढाया जाता है। Rotatija Vrata-A type of vow or fasting
तीस चैबीसी व्रत A type of vows to be observed for particular 720 days in the reverence of 720 Tirthankars (Jaina-Lords) of past, present & future time related to five Bharat & five Eravat Kshetra. ढाई द्वीप संबधी पांच भरत एवं पांच ऐरावत क्षेत्र के वर्तमान भूत, भविष्यत्काल संबंधी 24-24 तीर्थंकरों के कुल 720 तीर्थकरों…