भोजनांग जातीय कल्पवृक्ष!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजनांग जातीय कल्पवृक्ष :A type of wish fulfilling trees. कल्पवृक्षों की एक जाति; ये भोग भूमि के मनुष्यों के लिए इच्छितछःप्रकार के रसों से युक्त स्वादिष्ट भोजन सामग्री प्रदान करते है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजनांग जातीय कल्पवृक्ष :A type of wish fulfilling trees. कल्पवृक्षों की एक जाति; ये भोग भूमि के मनुष्यों के लिए इच्छितछःप्रकार के रसों से युक्त स्वादिष्ट भोजन सामग्री प्रदान करते है “
उत्तरकालीन Subsequent. बाद या भविष्य में उत्पन्न होने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगवर्धन :Name of a country situated in Bharat Kshetra Arya Khand, the birth place of a Pratinarayan ‘Tarak’. भरत क्षेत्र का एक नगर, जहां ‘तारक’ प्रतिनारायण का जन्म हुआ था “
ग्यारह Eleven, regarding 11 Rudras, 11 spiritual stages of Jain householders. एक संख्या, ग्यारख रूद्र ,श्रावक की ग्रारह प्रतिमा आदि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तेरहविध क्रिया स्थान Particular 13 reverential duties (6 essentials, bowings to Panch-Parmeshthi, Asahi, Nisahi). छह आवश्यक पंच परमेष्ठी नमस्कार, असही और निसही ये तेरह क्रियाएं है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गुणाकार शलाका Multiple counting (reg. a mathematical quantity). विरलन डे विधान से जो राशि प्राप्त हो ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यगति- Manushya Gati. Human destinity; world of human beings. 4 गतियोंमेंएकगति ,मानवजीवन “
गति Movement, motion, Destinity, body form i.e. form of the body (of beings) in which one (soul) exists. चाल, गति नामकर्म के उदय से जो पर्याय हो; नरक, तिर्यंच, मनुष्य व देव ये जीवों की ४ गतियाँ हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]