युक्ति!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युक्ति – पदार्थो को सिद्ध करने के लिए प्रयुक्त हेतू अथवा साधन। Yukti-Device, Stratagem
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युक्ति – पदार्थो को सिद्ध करने के लिए प्रयुक्त हेतू अथवा साधन। Yukti-Device, Stratagem
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मीमांसा–Meemansa. Philosophical investigation or examination, Disquisition. अवग्रह के द्वारा ग्रहण किआ अर्थ विशेष रूप से जिसके द्वारा मीमांसित किया जाता है अर्थात विचार जाता है वेह मीमांसा होता है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचेन्द्रिय तिर्यच – Panchendriyatiryacha. Five sensed Tiryach beings (animals etc.). पांच इन्द्रियों वाले तिर्यच इनके जलचर, नभचर, थलचर, के भेद से तीन भेद है “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == त्याग : == ण हि णिरवेक्खो चागो, ण हवदि भिक्खुस्स आसयविसुदी। अविसुद्धस्स हि चित्ते, कहं णु कम्मक्खओ होदि।। —प्रवचनसार : ३-२० जब तक निरपेक्ष त्याग नहीं होता है, तब तक साधक की चित्तशुद्धि नहीं होती है और जब तक चित्तशुद्धि (उपयोग की निर्मलता) नहीं होती है, तब तक…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुक्ल लेश्या – Shukla Leshyaa. Purest or stainless volitional colouration (white)i.e. disattachment or aversion from worldly 6 लेश्याओं में अंतिम लेश्या; वैराग्य से समन्वित अतिमंद कषायरूप भाव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नचतुश्टय – बलभद्र के चार रत्न, रत्नमाला, गदा हल और मूसल Ratnacatustaya-Four jewels of Balbhadra
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वात – Vaata.: Air,Wind,Breeze . वायु “औदारिक शरीर में रहने वाली 7 उपधातु में एक धातु “
एकदशांगधारी Acharyas possessing knowledge of 11 Angas (scriptural knowledge). 11 अंगधारी 5 आचार्य- नक्षत्र, यशःपाल, पाण्डु, ध्रुवसेन और कंस।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाहुयुध्द – Bahuyuddha. Combat, a non – violenceful fighting with the strength of arms between two person. दो वक्तियों के बीच भुजाओं से होने वाला युद्ध ” यह अहिंसक युद्ध युग की आदि मे सबसे पहले भगवान ऋषभदेव के पुत्र भरत – बाहुबली के बीच में हुआ था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचा वसति संस्तर विवेक – Vaachaa Vasati Sanstara Vivek.: Discrimination related to hermitage or place (abandonment of hermitage & resting means) विवेक का एक भेद, मैं इस वसति व संस्तर का त्याग करता हूं , ऐसे वचन बोलना “